कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शन के दौरान यूपी के मुजफ्फरनगर में मारे गए नूर मोहम्मद के परिजनों से शनिवार को मुलाकात की। इसके अलाना उन्होंने कई हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की और बात की। प्रियंका गांधी के के साथ इस दौरान कांग्रेस नेता इमरान मसूद और पूर्व विधायक पंकज मलिक भी हैं।
Published: 04 Jan 2020, 1:57 PM IST
इसके अलावा प्रियंका गांधी ने प्रियंका गांधी ने रुकैया परवीन और उनके परिजनों से भी मिली हैं। रुकैया के दादा के मुताबिक, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान 20 दिसंबर को पुलिस उनके घर में घुसी थी। इस दौरान उनके साथ बर्बरता की गई। यही नहीं पुलिस पर घर में रखे सामान भी तोड़ने के आरोप लगे थे।
रुकैया के परिवार का आरोप है कि पुलिस उनके घर में घुसी और बहुत सारा सामान अपने साथ ले गयी। उसका दहेज के सामान तहस नहस कर दिया गया और उसकी 4 जनवरी को होने वाली शादी भी टल गई।
Published: 04 Jan 2020, 1:57 PM IST
इससे पहले रुकैया के दादा ने कहा था कि उन्हेंने अपनी पोतियों की शादी के लिए सामान खरीदा था, जिसे पुलिस ने तोड़ दिया था। पुलिस पर गहने भी लूटने के आरोप लगे थे। प्रियंका गांधी ने पुलिस की बर्बरता की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी।
Published: 04 Jan 2020, 1:57 PM IST
हिंसा पीड़ियों से मिलने के बाद उन्होंने कहा, “ नूर मोहम्मद के घर गई थीं। नूर मोहम्मद की पत्नी 22 साल की है और प्रेग्नेंट है और उसके छोटी सी एक बच्ची है। वो बहुत तकलीफ में है। इसके अलावा मैं मौलाना असद हुसैनी से मिली, जिन्हें पुलिस ने बेरहमी से पीटा था, नाबालिगों समेत मदरसा के छात्रों को पुलिस ने बिना किसी कारण के उठा लिया था, उनमें से कुछ को रिहा कर दिया गया था और कुछ अभी भी हिरासत में हैं।”
Published: 04 Jan 2020, 1:57 PM IST
उन्होंने आगे कहा कि हम कोशिश करेंगे कि जहां- जहां अन्याय हुआ हम वहां जाएंगे और पीड़ित लोगों की मदद करेंगे। उनका कहना है कि पुलिस का काम जनता की सुरक्षा करना है लेकिन यहां तो उल्टा हुआ है।
प्रियंका गांधी के आने और मौलाना असद रजा से मुलाकात के बाद उनके बेटे मोहम्मद हुसैनी ने बताया, “प्रियंका गांधी के आने से उनको बहुत अधिक हिम्मत मिली है।” मोहम्मद हुसैनी स्थानीय नेताओं के रवैया से भी काफी नाराज है जो उनके उत्पीड़न पर आवाज नही उठा पाएं जबकि प्रियंका गांधी दिल्ली से यहां आ गई।
Published: 04 Jan 2020, 1:57 PM IST
बता दें कि मुजफ्फरनगर सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान एक युवक की मौत हो गई थी। शहर के मीनाक्षी चौक के पास हिंसक प्रदर्शन हुआ था। इस दौरान हुई गोलीबारी में तीन लोग घायल हुए थे। पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था।
Published: 04 Jan 2020, 1:57 PM IST
इससे पहले 24 दिसंबर को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को मेरठ पुलिस ने मेरठ में प्रवेश करने से पहले परतापुर थाने के पास रोक दिया था। पुलिस के आग्रह पर वे दिल्ली लौट गए थे।
(मुजफ्फरनगर से आस मोहम्मद कैफ के इनपुट के साथ)
Published: 04 Jan 2020, 1:57 PM IST
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