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क्या देश में खतरनाक डेल्टा प्लस वैरिएंट से लड़ सकती हैं वैक्सीन? संभावित तीसरी लहर से पहले बड़ी बात आई सामने

एनआईवी पुणे में आईसीएमआर यह पता लगाने में जुटा है कि क्या भारत बायोटेक की कोवैक्सीन नए स्ट्रेन को न्यूट्रलाइज कर सकती है या नहीं। खबरों के मुताबिक, कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के सीरम सैम्पल लिए गए हैं, जिनका इस्तेमाल यह जांचने के लिए भी होगा।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

देशभर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से मचे कोहराम के बाद संभावित तीसरी लहर से डरे हुए हैं। डर इस बात का है कि क्या बदलता कोरोना के खिलाफ मौजूदा वैक्सीन कारगर है या नहीं? वहीं जो लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं वह भी इस बात से चिंतित हैं कि क्या वह कोरोना की संभावित लहर से सुरक्षित रहेंगे या नहीं? इन सभी सवालों के जवाब ढूंढने में वैज्ञानिक जुटे हुए हैं।

Published: 23 Jun 2021, 9:12 AM IST

एनआईवी पुणे में आईसीएमआर यह पता लगाने में जुटा है कि क्या भारत बायोटेक की कोवैक्सीन नए स्ट्रेन को न्यूट्रलाइज कर सकती है या नहीं। खबरों के मुताबिक, कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के सीरम सैम्पल लिए गए हैं, जिनका इस्तेमाल यह जांचने के लिए भी होगा कि नए वैरिएंट को न्यूट्रलाइज करने में एंटीबॉडीज कितनी प्रभावी हैं।

Published: 23 Jun 2021, 9:12 AM IST

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ काम करती है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं। उन्होंने बताया कि डेल्टा वायरस पर अलग-अलग वैक्सीनों का क्या प्रभाव है, इसके बारे में जानकारी उपलब्ध है और इसे जल्द साझा किया जाएगा। उधर, हेल्थ एक्सपर्ट और वायरोलॉजिस्ट ने इस बात की ओर इशारा किया है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट वैक्सीन और इन्फेक्शन इम्यूनिटी दोनों को चकमा दे सकता है।

Published: 23 Jun 2021, 9:12 AM IST

जानकारों के मुताबिक, कोरोना के खिलाफ इलाज के लिए इस्तेमा किए जा रहे मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट डेल्टा प्लस वैरिएंट के खिलाफ हो सकता है कि काम ना करे। मैक्स हेल्थकेयर के इंटर्नल मेडिसिन के डायरेक्टर रोमेल टिक्कू ने कहा कि जो आंकड़े मौजूद हैं वो देखकर यही लगता है कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट डेल्टा प्लस वैरिएंट के खिलाफ असरदार नहीं होगा।

Published: 23 Jun 2021, 9:12 AM IST

परेशान करने वाली बात यह है कि देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 21 मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं, कर्नाटक में 2, केरल में 2, मध्य प्रदेश में 5 केस पाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेल्टा प्लस को वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया। साथ ही राज्यों को टेस्टिंग ट्रैकिंग और वैक्सीनेशन पर जोर देने के लिए कहा।

Published: 23 Jun 2021, 9:12 AM IST

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Published: 23 Jun 2021, 9:12 AM IST