यूपी में योगी सरकार की नीतियों से नाराज लाखों शिक्षकों ने सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला किया है। 21 जनवरी को शिक्षकों ने सामूहिक अवकाश करने का ऐलान किया है। इसके लिए राज्य के बेसिक शिक्षा अधिकारी के पास सामूहिक रूप से आवेदन भी भेजा गया है।
Published: 03 Jan 2020, 6:00 PM IST
खबरों के मुताबिक, प्रदेश के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के करीब पांच लाख शिक्षकों ने अवकाश पर जाने का फैसला किया है। उनका कहना है कि शिक्षक लगातार प्रदेश के सरकारी स्कूलों की ढांचागत, बुनियादी सुविधाओं की कमी, कर्मचारियों की कमी को पूरा करने और शिक्षकों के लिए पेंशन की मांग कर रहे हैं। लेकिन प्रदेश की योगी सरकार लगातार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ ने नवंबर, 2019 में उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा से बात भी की थी, लेकिन बातचीत विफल रही थी।
Published: 03 Jan 2020, 6:00 PM IST
Published: 03 Jan 2020, 6:00 PM IST
शिक्षकों का कहना है, “सेल्फी बेस्ड प्रेरणा ऐप से शिक्षकों की निगरानी तो की जा रही है लेकिन सरकार को यह भी पता होना चाहिए कि कक्षा में पंखें, फर्नीचरस, बिजली और सफाई कर्मियों की कितनी कमी है। सरकार स्कूलों की मुलभूत सुविधाओं पर कोई भी ध्यान नहीं दे रही है। इसलिए संघ ने 21 जनवरी को प्रदेश के सभी स्तर के विद्यालयों और महाविद्यालयों में तालाबंदी करने का निर्णय लिया है।”
Published: 03 Jan 2020, 6:00 PM IST
वहीं शिक्षक महासंघ के संयोजक ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि शिक्षक महासंघ के प्रतिनिधि मंडल ने उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा से बातचीत की। जिसके बाद डिप्टी सीएम ने महासंघ के ज्ञापन में सम्मिलित बिंदुओं पर चर्चा करने में असमर्थता व्यक्त कर दी। उन्होंने बताया कि शिक्षक संघ सरकार की उपेक्षा नीति से आहत है। शिक्षक संघ ने बताया कि अगर उनकी मांगों को नहीं मानी गई तो लाखों की तादाद में शिक्षक यूपी की सड़कों पर उतरेंगे।
Published: 03 Jan 2020, 6:00 PM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 03 Jan 2020, 6:00 PM IST