महाराष्ट्र में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से जुड़े जबरन वसूली के मामले में आरोपी वाल्मिक कराड की गिरफ्तारी में नाकामी के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस्तीफा दे देना चाहिए।
पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी, हालांकि बाद में उसने आत्मसमर्पण कर लिया।
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उधर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक सुरेश धस ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) मंत्री धनंजय मुंडे पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वह और कराड एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, जबकि मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने आरोपियों के सभी ‘समर्थकों’ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
कुछ दिन पहले ही मासाजोग के सरपंच संतोष की नृशंस हत्या से आक्रोश की लहर फैल गई थी। मुंडे के करीबी सहयोगी कराड ने पुणे में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
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कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंधे ने कराड को पकड़ने में पुलिस की विफलता पर सवाल उठाया, जो बीड जिले में जबरन वसूली के एक मामले में तीन सप्ताह से वांछित था।
उन्होंने कहा, ‘‘कभी स्कॉटलैंड यार्ड के समान माने जाने वाली मुंबई पुलिस न्याय देने में विफल रही। फडणवीस के पास मुख्यमंत्री बने रहने का कोई नैतिक आधार नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि फडणवीस के गृह जिले नागपुर में बढ़ती अपराध दर महाराष्ट्र में व्यापक कानून और व्यवस्था संकट का सबूत है।
कांग्रेस नेता ने देशमुख हत्या मामले की जांच, किसी न्यायाधीश की निगरानी में करवाने की मांग की।
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इस बीच, बीजेपी नेता धस, एनसीपी (एसपी) के संदीप क्षीरसागर और अजीत पवार नीत एनसीपी के माजलगांव विधायक प्रकाश सोलंके के मंगलवार को मुख्यमंत्री फडणवीस से मिलने की संभावना है।
एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से बात करते हुए धस ने कहा, ‘‘वाल्मिक कराड और महाराष्ट्र के मंत्री तथा एनसीपी नेता धनंजय मुंडे एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। मुंडे का इस्तीफा उनकी ही पार्टी के नेता ने मांगा है। मैं अब भी मांग करता हूं कि मुख्यमंत्री फडणवीस को बीड का संरक्षक मंत्री बनना चाहिए।’’
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जालना जिले में अपने गांव में पत्रकारों से बात करते हुए मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने संकेत दिया कि अगर सरकार आरोपियों के समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहती है तो मराठा समुदाय आंदोलन शुरू करेगा। देशमुख मराठा समुदाय के सदस्य थे।
संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख ने जरांगे से मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि सीआईडी को आरोपियों के मोबाइल ‘कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर)’ की जांच करनी चाहिए ताकि उनके संबंधों का पता लगाया जा सके।
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मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का नौ दिसंबर को अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। सरपंच की हत्या कथित तौर पर इसलिए की गई क्योंकि उन्होंने बीड जिले में एक पवन ऊर्जा कंपनी से कुछ लोगों द्वारा जबरन वसूली करने की कोशिश का विरोध किया था। हत्या के मामले में पहले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि कराड को जबरन वसूली के मामले में वांछित आरोपी के रूप में नामित किया गया था।
विपक्ष ने आरोप लगाया है कि कराड इस हत्या का मुख्य आरोपी है, हालांकि मंगलवार सुबह आत्मसमर्पण करने से पहले उसने दावा किया कि राजनीतिक प्रतिशोध के कारण उसका नाम इस मामले में घसीटा गया है।
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