देश भर में 16 जनवरी से कोरोना का टीकाकरण शुरू होने जा रहा है। इस बीच उत्तर प्रदेश से ऐसी खबर सामने आई जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। अयोध्या में वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थियों की सूची में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार की गई लाभार्थियों की इस सूची में मृतक नर्स, रिटायर्ड नर्स और संविदा खत्म होने वाले डॉक्टर्स के नाम भी शामिल हैं।
Published: 13 Jan 2021, 9:21 AM IST
कोरोना वैक्सीनेशन से पहले इतनी बड़ी गड़बड़ी सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। उधर, योगी सरकार डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। अयोध्या पहुंचे राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह के सामने जब यह मामला सामने आया तो उन्होंने आनन फानन में जांच के आदेश दे दिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में लापरवाह कर्मचारियों पर एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में डॉक्टरों की बेहद कमी है। यह संख्या अकेले डॉक्टरों की 8 से 10 हजार है। ऐसे में प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि, एक हजार डॉक्टरों को तैनाती की गई है।
Published: 13 Jan 2021, 9:21 AM IST
सरकार लापरवाही करने वालों पर एक्शन लेने की बात कर रही है। लेकिन सवाल यह है कि आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में यह गलती कैसे हुई। वह भी महज तीन दिन बाद यानी 16 जनवरी से जब देश समेत उत्तर प्रदेश में भी कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होने जा रहा है। शुरूआत में इतनी बड़ी लापरवाही बरती गई तो आगे क्या होगा। प्रदेश के गरीबों को आखिर कैसे वैक्सीन मिल पाएगी?
Published: 13 Jan 2021, 9:21 AM IST
16 जनवरी को देश के साथ उत्तर प्रदेश के 852 सेंटरों पर कोविड-19 का टीका हेल्थ वर्करों को लगाया जाएगा, जिन्हें चिन्हित कर लिस्ट तैयार की गई है। कोरोना वैक्सीन लगने के लिए लाभार्थियों की पहली सूची में स्वास्थ्य विभाग और जरूरी सेवाओं से जुड़े कर्मचारी और अधिकारियों के नाम शामिल हैं।
Published: 13 Jan 2021, 9:21 AM IST
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Published: 13 Jan 2021, 9:21 AM IST