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जुबिन गर्ग की मौत का मामला: बैंड के दो सदस्य 14 दिन की पुलिस रिमांड पर, CID कर रही पूछताछ

शेखरज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत 19 सितंबर को सिंगापुर में उस निजी क्रूज़ पर मौजूद थे, जहां समुद्र में तैरते समय जुबिन गर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

चर्चित गायक और संगीतकार जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत के मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। इस सिलसिले में असम की एक स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को गर्ग के बैंड के दो सदस्यों शेखरज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महं को 14 दिन की पुलिस रिमांड में भेजने का आदेश दिया। इन दोनों को अपराध जांच विभाग ने कई दिनों तक पूछताछ करने के बाद गुरुवार को गिरफ्तार किया था।

सीआईडी के विशेष पुलिस महानिदेशक (DGP) मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में बताया कि मामले में गिरफ्तार सभी चार आरोपियों से पूछताछ जारी है। उन्होंने कहा, "जांच अभी शुरुआती चरण में है। फिलहाल हम सभी कोणों से तथ्यों की पुष्टि कर रहे हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों से गहन पूछताछ चल रही है, इसलिए इस समय अधिक जानकारी देना संभव नहीं है।"

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बताया जा रहा है कि शेखरज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत 19 सितंबर को सिंगापुर में उस निजी क्रूज़ पर मौजूद थे, जहां समुद्र में तैरते समय जुबिन गर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शुरुआत में इसे एक हादसा बताया गया था, लेकिन सामने आए कुछ तथ्यों और चश्मदीदों के बयानों के आधार पर सीआईडी ने मामला दर्ज कर गहराई से जांच शुरू की।

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इससे पहले बुधवार को जुबिन गर्ग के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और संगीत महोत्सव के आयोजक श्यामकानु महंत को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। दोनों के खिलाफ हत्या के आरोप लगाए गए हैं। इन पर जुबिन गर्ग को धोखे से सिंगापुर ले जाकर षड्यंत्र रचने और उनकी जान लेने का आरोप है। जांच एजेंसियों को गर्ग की मृत्यु के दिन की कुछ वीडियो फुटेज, फोन रिकॉर्ड्स और ईमेल्स हाथ लगे हैं, जिनकी जांच जारी है। साथ ही, जहाज पर मौजूद अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि मौत के कारणों का पूरी तरह से खुलासा हो सके।

जुबिन गर्ग की मौत से असम समेत पूरे पूर्वोत्तर भारत में शोक की लहर दौड़ गई थी। वे न सिर्फ एक प्रसिद्ध गायक और संगीतकार थे, बल्कि सामाजिक मुद्दों पर भी खुलकर बोलते थे और युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय थे। उनके चाहने वाले लगातार इस मामले की निष्पक्ष और सख्त जांच की मांग कर रहे हैं। CID की टीम अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह एक सुनियोजित साजिश थी या वास्तव में कोई दुर्घटना। आने वाले दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।

(PTI के इनपुट के साथ)

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