यूपी के बंदायू में 'निर्भया' जैसी वारदात, पुजारी और चेलों ने गैंगरेप के बाद प्राइवेट पार्ट में डाली रॉड, तोड़े पैर

उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक महिला के साथ 'निर्भया कांड' जैसी जघन्य वारदात हुई है। यहां 50 साल की आंगनबाड़ी सहायिका से गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई है। घटना के बाद क्षेत्र में रोष बढ़ता जा रहा है।

फोटो : आस मोहम्मद कैफ
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आस मोहम्मद कैफ

उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक महिला के साथ 'निर्भया कांड' जैसी जघन्य वारदात हुई है। यहां 50 साल की आंगनबाड़ी सहायिका से गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई है। घटना के बाद क्षेत्र में रोष बढ़ता जा रहा है।

दरिन्दगी का खुलासा महिला के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के गुप्तांग में रॉड जैसी किसी चीज से हमला किया गया है जिससे उसके प्राइवेट पार्ट पर गंभीर चोटें आई है, साथ ही महिला की पसली और पैर भी तोड़ दिए गए। आंगनबाड़ी सहायिका के शरीर के अन्य हिस्सों में गम्भीर चोटें आई है। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ गैंगरेप के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया है और पुलिस द्वारा कारवाई करते हुए एक आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है और अन्य दो की तलाश में टीमें लगाई गई है।

घटना बदायूं जिले के उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव की है। यहां गांव की एक 50 साल की आंगनबाड़ी सहायिका पास के गांव स्थित एक मंदिर पर रविवार की शाम को गई थी। इसके बाद वो लौट कर नहीं आई। स्थानीय लोगों के अनुसार रात में करीब 12 बजे एक कार सवार और दो अन्य शख्स महिला को लहूलुहान हालात में छोड़कर भाग गए। महिला की रात में ही मौत हो गई। बताया जाता है कि इससे पहले आरोपी उसे अपनी गाड़ी से इलाज के लिए चंदौसी भी ले गया था। महिला के परिजनों का आरोप हैं कि मंदिर पर मौजूद महंत सत्यनारायण, चेला वेदराम व ड्राइवर जसपाल ने गैंगरेप की जघन्य वारदात को अंजाम दिया हैं।

सोमवार की दोपहर 18 घंटे बाद लाश पोस्टमार्टम के लिए भेजी गई। महिला डॉक्टर समेत तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। शाम को रिपोर्ट आई तो पता चला कि महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर घाव थे। काफी खून भी निकल गया था। आंगनबाड़ी सहायिका पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गैंगरेप के बाद हत्या व प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी चीज डालने की पुष्टि हुई है जिससे अंदरूनी पार्ट बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।आंगनबाड़ी सहायिका के शरीर पर चोट के गम्भीर निशान भी मिले हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पसली,पैर फेंफड़े भी डैमेज हुए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट देख डाक्टर और अधिकारी भी हैरतजदा है।


गैंगरेप पीड़िता आंगनबाड़ी सहायिका के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उघैती थाना पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी, लेकिन पुलिस परिजनों को गुमराह कर थाने के चक्कर कटवाती रही।अब एसएसपी ने लापरवाही बरतने पर थानेदार को निलंबित कर दिया है। दरअसल परिजनो ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया था लेकिन उघैती थाना पुलिस ने परिजनों की फरियाद नहीं सुना और घटनास्थल का मौका मुआयना तक नहीं किया।

परिजनों का यह भी कहना है कि थाना पुलिस ने मामले को हादसे का रूप देने की कोशिश की थी। मामला आलाधिकारियों के संज्ञान में आने और मीडिया में आने के बाद पुलिस ने आंगनबाड़ी सहायिका के परिजनों की तहरीर दर्ज की।

बदायूं पुलिस के अनुसार महिला की मौत के मामले में हत्या और दुष्कर्म आरोप में महंत सत्यनारायण, चेला वेदराम और ड्राइवर जसपाल पर एफआईआर दर्ज की है। बदायूं एसएसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 376 डी के तहत मामला दर्ज किया गया है।


समाजवादी पार्टी की नेता सुमैय्या राणा ने इस घटना के बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश मे महिलाओ में असुरक्षा का माहौल है। यहां महिलाएं कहीं भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं। उत्तर प्रदेश में अपराधी बलात्कारी बेखौफ घूम रहे हैं, क्योंकि सरकार ऐसे दरिंदों को सजा की जगह संरक्षण दे रही है और उन्नाव से हाथरस और अब बदायूं इसके हाल ही के उदाहरण है। सूबे में सरकार मिशन शक्ति नाम का अभियान चला रही है मगर इस तरह की घटनाएं बताती है कि यह अभियान हवाहवाई है।

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