क्या सुनील राठी को किसी हाई प्रोफाइल शख्स ने दी थी मुन्ना बजरंगी की हत्या की सुपारी!
मुन्ना बजरंगी की हत्या में जिस गैंगस्टर सुनील राठी का नाम आ रहा है, उसे पिछले साल रुड़की जेल से बागपत जेल लाया गया था। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर उसे उसी बैरक में क्यों रखा गया जिसमें मुन्ना बजरंगी को रखा गया? सवाल यह भी है कि जेल में आधुनिक हथियार उसके पास कैसे पहुंचे।
![फोटो : सोशल मीडिया](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2018-07%2F4fa284cd-86dd-4195-97a7-7050de91b233%2FMunna_body.jpg?rect=6%2C0%2C1076%2C605&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
अभी 29 जून को ही लखनऊ में मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें सूबे की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के दो पुलिस इंस्पेक्टर और कुछ बड़े प्रभावशाली नेताओं पर अपने माफ़िया डॉन पति की हत्या का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया था। राजधानी में की गई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की आवाज़ भी कानून व्वयस्था के रखवालों तक नही पहुंची और बेहद सनसनीखेज तरीके से जेल के अंदर मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई।
मुन्ना बजरंगी के साले विकास श्रीवास्तव के अनुसार उनके बहनोई की हत्या हाई प्रोफाइल लोगों ने मिलकर की है। जेल के अंदर अत्याधुनिक हथियार का होना और उनको दस गोलियों का मारा जाना बिना सरकारी मदद के संभव नही है। इस एक हत्या से उत्तर प्रदेश में भारी भूचाल आने की। संभावना है और खूनी गैंगवार छिड़ सकती है। मुन्ना को मुख्तार अंसारी का दाहिना हाथ समझा जाता था।
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर जांच के आदेश दे दिए है और बागपत के जेलर समेत चार कर्मचारी संस्पेंड कर दिए गए हैं।
मुन्ना की पत्नी सीमा सिंह ने दावा किया है उनके पास सीसीटीवी रेकॉर्डिंग है और उनके पति की हत्या के षड्यंत्र की तमाम जानकारी उनके माध्यम से प्रशासन को देने के बावूजद जानबूझकर सुरक्षा का कोई बंदोबस्त नही किया गया। मुन्ना की एक मामले में सोमवार को अदालत में पेशी के लिए लेकर जाना था। उसे कल रात ही बागपत जेल में लाया गया। यहां पहले से बंद कुख्यात सुनील राठी पर उसको लगातार गोलियां बरसाकर मारने का आरोप है।
आपराधिक मामलों के जानकार पत्रकार राशिद अली खोजी के मुताबिक निश्चित तौर पर यह हत्या एक बड़ा सवाल पैदा करती है और सिस्टम की मदद के बिना इतनी बड़ी वारदात नहीं हो सकती है। वे कुछ सवाल उठाते हैं:
- जेल में हथियार कैसे पहुंचे?
- सुनील राठी और मुन्ना बजरंगी को एक ही बैरक में क्यों रखा गया?
- मुन्नाकी पत्नी सीमा सिंह की बात पर तव्वजो क्यों नहीं दी गई?
- मुन्ना बजरंगी को मेरठ जेल के बजाय बागपत जेल में क्यों लाया गया?
- क्या इस हत्या में कुछ हाई-प्रोफाइल लोग शामिल हैं?
यह सारे सवाल हैं, जो मुन्ना बजरंगी की हत्या में किसी बड़ी साजिश की तरफ इशारा करते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले मुजफ्फरनगर के एक गैंगस्टर विक्की त्यागी की भी अदालत के अंदर गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। सवाल यह भी है कि सुरक्षा कहाँ है ! इस एक घटना ने पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था को एक साथ कठघरे में खड़ा कर दिया है।
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पूर्वांचल का माफ़िया डॉन मुन्ना बजरंगी को एक जमाने मे हथियार रखने का बड़ा शौक था। वह फिल्मों की तरह एक बड़ा गैंगेस्टर बनना चाहता था। यही वजह थी कि 17 साल की नाबालिग उम्र में ही उसके खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। अब जो जानकारियां आ रही हैं उसके मुताबिक मुन्ना बजरंगी अब उत्तराखंड में अपना वर्चस्व बढ़ा रहा था और हाल ही उसके लोगो ने हरिद्वार में पार्किंग का ठेका लिया था जिसके बाद उसकी स्थानीय अपराधियों से ठन रही थी.
इस एक हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के अपराध जगत में जबरदस्त गैंगवार हो सकती है।
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Published: 09 Jul 2018, 2:32 PM