अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: विमानन क्षेत्र को होगा 25 हजार करोड़ का नुकसान! और इस साल शून्य रह सकती है भारत की GDP ग्रोथ

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स को आशंका है कि वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की आर्थिक विकास दर शून्य रह सकती है और क्रिसिल ने अपनी एक रिपोर्ट में विमानन क्षेत्र को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की आशंका जताई है।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

इस साल शून्य रह सकती है देश की GDP ग्रोथ : मूडीज

कोरोना काल में देश की इकोनॉमी का संकट बढ़ता जा रहा है। दुनियाभर की रेटिंग एजेंसियां भारत की इकोनॉमी ग्रोथ को लेकर चिंता जाहिर की है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स को आशंका है कि वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की आर्थिक विकास दर शून्य रह सकती है। एजेंसी ने अपने नए पूर्वानुमान में कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि शून्य रह सकती है। इसका अर्थ है कि देश की जीडीपी की स्थिति इस वित्त वर्ष में सपाट रहेगी। एजेंसी ने हालांकि, वित्त वर्ष 2021-22 में वृद्धि दर के 6।6 फीसदी पर पहुंच जाने का अनुमान व्यक्त किया है। बता दें कि मूडीज ने पिछले महीने के अंत में कैलेंडर वर्ष 2020 में जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 0।2 फीसदी कर दिया था।

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चीन-अमेरिका ने दिखाई नरमी, ट्रेड वॉर की आशंका हुई कम

कोरोना की वजह से चीन और अमेरिका के बीच कारोबार के मामले में तनातनी बढ़ रही थी, लेकिन अब इसमें कुछ नरमी के संकेत दिख रहे हैं।चीन और अमेरिका के शीर्ष व्यापार प्रतिनि
धियों ने फोन कॉल पर बात की। दोनों देशों के प्रतिनिधि इस बात पर सहमत हुए कि वृहद आर्थिक मसलों और जनस्वास्थ्य के विषयों पर सहयोग बढ़ाया जाएगा। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में यह जानकारी दी है।न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान चीन के उप-प्रधानमंत्री लिउ हे, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लिथिजर और अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन मुनचिन भी इस बात पर राजी हुए कि दोनों देश एक साथ मिलकर पहले चरण के ट्रेड डील को लागू करने के लिए उपयुक्त वातावरण बनाएंगे। चीन के वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि आगे भी संवाद को बनाए रखा जाएगा

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विमानन क्षेत्र को होगा 25 हजार करोड़ का नुकसान : रिपोर्ट

कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी बंद को विस्तार दिया गया है, जिससे सड़क से लेकर वायु परिवहन से जुड़े उद्योगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस बीच क्रिसिल ने अपनी एक रिपोर्ट में विमानन क्षेत्र को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की आशंका जताई है। क्रिसिल इंफ्रास्ट्रक्च र एडवाइजरी की रिपोर्ट के मुताबिक, विमानन उद्योग को इस वित्तीय वर्ष में 24,000 से 25,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसका सबसे अधिक 70 प्रतिशत प्रभाव एयरलाइंस पर पड़ेगा, जिससे 17,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने की संभावना है। इसके बाद हवाईअड्डे के संचालक 5,000 से 5,500 करोड़ रुपये और हवाईअड्डे के खुदरा विक्रेता (खुदरा, खाद्य और पेय पदार्थ एवं शुल्क मुक्त) को 1,700 से 1,800 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना होगा। क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य विमानन केंद्रों जैसे मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और कोलकाता में यात्रा पर रोक लंबे समय तक जारी रही तो नुकसान बहुत अधिक होगा।

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जियो को मिला तीसरा हाई प्रोफाइल इंवेस्टर

जियो को तीन हफ्तों में तीसरा हाई प्रोफाइल इंवेस्टर मिला है। विस्टा, जियो प्लेटफॉर्म्स में 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 11,367 करोड़ रुपये निवेश करेगा। विस्टा इक्विटी पार्टनर्स का यह इन्वेस्टमेंट पिछले तीन हफ्तों के भीतर जियो प्लेटफॉर्म्स में तीसरा बड़ा इंवेस्टमेंट है। जियो प्लेटफॉर्म्स का इक्विटी प्राइस 4.91 लाख करोड़ रुपये और एंटरप्राइज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। विस्टा इक्विटी पार्टनर्स जियो प्लेटफॉर्म्स में किए इस निवेश के साथ ही रिलायंस और फेसबुक के बाद सबसे बड़ा निवेशक बन गया है। जियो प्लेटफॉर्म्स ने अग्रणी प्रौद्योगिकी निवेशकों से 60,596.37 करोड़ जुटाए हैं। अप्रैल में हुए फेसबुक निवेश के मुकाबले विस्टा का निवेश 12.5 प्रतिशत प्रीमियम पर हुआ है। इस सप्ताह की शुरुआत में जियो में सिल्वर लेक द्वारा निवेश किया गया था। वह निवेश भी फेसबुक सौदे से प्रीमियम पर था।

फोटोः सोशल मीडिया
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उबर को 2.9 अरब डॉलर का घाटा

राइड प्रमुख उबर ने इस वर्ष की पहली तिमाही में 2.9 अरब डॉलर का शुद्ध घाटा दर्ज किया है। हालांकि कंपनी के राजस्व में 2020 की पहली तिमाही में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एक साल पहले जहां कंपनी का राजस्व 3.1 अरब डॉलर था, वहीं अब यह बढ़कर 3.54 अरब डॉलर हो गया है। कंपनी ने गुरुवार को कहा कि वर्ष 2020 की पहली तिमाही के शुद्ध नुकसान में 2019 की पहली तिमाही में 1.1 करोड़ डॉलर का स्टॉक-आधारित मुआवजा व्यय और 2020 की पहली तिमाही में 27.7 करोड़ डॉलर का नुकसान भी शामिल है। वर्ष 2019 की पहली तिमाही में उबर का शुद्ध घाटा एक अरब डॉलर था, जिसमें स्टॉक-आधारित मुआवजे के खर्च के तौर पर 1.1 करोड़ डॉलर शामिल हैं। उबर ने कहा कि 2020 की पहली तिमाही में उसकी सकल बुकिंग बढ़कर 15.8 अरब डॉलर हो गई, जो सालाना आधार पर आठ प्रतिशत या निरंतर मुद्रा के आधार पर 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।

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(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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