योगी के 1.25 करोड़ रोजगार के दावे को कांग्रेस ने बताया झूठा, अजय लल्लू बोले- बेरोजगारों का मजाक उड़ा रहे CM

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि बीजेपी की सरकार द्वारा 1.25 करोड़ नौकरियां प्रदान करने का दावा 'सीधे-सीधे धोखा' है। उन्होंने कहा कि इस तरह के दावे कर भाजपा सरकार लोगों को धोखा दे रही है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने राज्य सरकार का एक करोड़ से अधिक रोजगार देने के दावे को झूठा बताया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा 1.25 करोड़ नौकरियां प्रदान करने का दावा 'सीधे-सीधे धोखा' है। उन्होंने कहा कि इस तरह के दावे कर भाजपा सरकार लोगों को धोखा दे रही है।

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अजय लल्लू ने आगे कहा, "बीजेपी ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में बेरोजगारी 45 साल की ऊंचाई पर है। रोजगार की मांग करने वाले बेरोजगार युवाओं पर लाठियां बरसाई जा रही हैं।" उन्होंने कहा कि राज्य में कोई भी भर्ती प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी नहीं हुई। कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य सरकार पीढ़ियों से पारंपरिक व्यवसायों में लगे लोगों को रोजगार देने का श्रेय ले रही है। अजय कुमार लल्लू ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी सरकार बेरोजगारों का मजाक उड़ा रही है। जो भी रोजगार मांगने सरकार से आता है उन्हें या तो लाठिया मिलती है या फिर जेल की सलाखें।योगी सरकार में हुई सभी भर्तियों में घोटाले हुए हैं कई में तो जांच चल रही है आरोपी भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। आर्थिक तंगी से लोग आत्महत्या कर रहे हैं प्रदेश ओर केंद्र सरकार इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।मजदूरों के सामने जीने का संकट खड़ा है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कोरोनो वायरस महामारी ने आर्थिक तबाही मचाई है। उन्होंने कहा, "सभी प्रमुख स्वदेशी उद्योग, जैसे कांच के बने पदार्थ, पीतल के बर्तन, कालीन, बुनाई, फर्नीचर, चमड़े, होजरी, डेयरी, मिट्टी के बर्तनों और मत्स्य पालन फार्म पर इसकी मार पड़ी है। लाखों बुनकर दयनीय स्थिति में हैं। उनके लिए कोई सरकारी मदद नहीं है।" लल्लू ने कहा कि वित्तीय कारणों से लोग आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। एक घटना का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक प्रवासी मजदूर, जो सूरत से बांदा जिले में अपने गांव लौट आया था, ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली। वह सूरत में एक साड़ी प्रिंटिंग कंपनी में काम करता था और 20 दिन पहले अपने गांव लौटा था।

अजय लल्लू ने आगे कहा कि 200 दिनों तक सरकार खाने पीने की व्यवस्था कर ये हमारी मांग है।सरकार 125 करोड़ को रोजगार देने की बात करती है पिछली जितनी भर्ती निकली सभी जांच के दायरे में है। प्रदेश सरकार में कोरोना महामारी से सभी उद्योगों पर असर पड़ा है प्रदेश सरकार में कोरोना महामारी से सभी उद्योगों पर असर पड़ा है जितने भी उद्योग थे सभी पर असर पड़ा लेकिन सरकार ने किसी तरह की इनके लिए कोई योजना नही बनाई अब तक बाँदा में 20 आत्महत्या हो चौकी है। बनारस में 2000 करोड़ का रोजगार था पूरी तरह ठप पड़ा है सरकार ने इनके लिए किसी तरह का कोई योजना नही बनाई हमारी सरकार से मांग है मनरेगा के 100 दिन के रोजगार को बड़ा कर 200 दिन का करे।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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