पाकिस्तान ने भारतीय हाई कमिश्नर को निकाला, अपना राजदूत बुलाया, तोड़े व्यापारिक रिश्ते

जम्मू कश्मीर पर भारत के फैसले को लेकर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान कश्मीर मामले को सुरक्षा परिषद ले जाएगा। इसके साथ-साथ पाकिस्तान ने द्विपक्षीय व्यापार को भी निलंबित कर दिया है।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

जम्मू कश्मीर पर भारत के फैसले को लेकर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान कश्मीर मामले को सुरक्षा परिषद ले जाएगा। इसके साथ-साथ पाकिस्तान ने द्विपक्षीय व्यापार को भी निलंबित कर दिया है। वहीं पाकिस्तान ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कम करने का भी ऐलान किया है। ये फैसला पीएम इमरान खान की अध्यक्षता में पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक पाकिस्तान ने भारत के राजदूत को निष्काषित कर दिया है।

बैठक के बाद जारी बयान में बताया गया कि कुल 5 फैसले लिए गए हैं। पहला फैसला यह है कि भारत के साथ डिप्लोमैटिक रिलेशंस को डाउनग्रेड किया जाएगा। दूसरा फैसला भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को सस्पेंड करने का है। तीसरा फैसला भारत के साथ द्विपक्षीय रिश्तों और व्यवस्थाओं (समझौतों) की समीक्षा करने का है। चौथा फैसला मामले को संयुक्त राष्ट्र में ले जाया जाएगा, यूएनएससी में भी उठाया जाएगा। पांचवां फैसला 14 अगस्त को 'कश्मीरियों के साथ एकजुटता' जाहिर करने और 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस को 'काला दिवस' के रूप में मनाने का लिया गया है।

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान के संसद में भी चर्चा हुई। इस चर्चा में भाग लेते हुए इमरान सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने भारत से सभी संबंध खत्म करने की वकालत करते हुए कहा कि अगर भारत, हमसे (पाकिस्तान) से बातचीत करने में दिलचस्पी नहीं रख रहा है तो उनका राजदूत यहां क्यों है?


फवाद ने कहा कि 'मैं अपने विदेश मंत्री से निवेदन करता हूं कि अगर भारत हमसे बातचीत करने में दिलचस्पी नहीं रख रहा है तो उनका राजदूत यहां क्यों है?' फवाद यहीं नहीं रुके, उन्होंने भारत से कूटनीटिक रिश्तों को खत्म कर डालने तक की बात भी कही।

पाकिस्तान की संसद में अपनी बात रखते हुए फवाद ने कश्मीर मुद्दे पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि 'मैं संसद से आग्रह करता हूं कि कश्मीर को फिलिस्तीन न बनने दें। हम यह बर्दाश्त नहीं कर सकते। हम इस अपमान के साथ नहीं रह सकते। अगर लड़ाई की बात आती है, तो हम लड़ेंगे।'


अपने संबोधन में पाकिस्तान के मंत्री ने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि 'क्या चाहते हो हमले का आदेश दे दूं?' फवाद ने कहा कि, 'अपोजिशन (पाकिस्तान के) को कहना था कि कदम बढ़ाओ, हम तुम्हारे साथ हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’

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Published: 07 Aug 2019, 7:40 PM