चीन में कोरोना वायरस की भयावहता पर WHO चिंतित, कहा- मरीजों से भरे हैं अस्पताल

मीडिया को संबोधित करते हुए डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य आपात कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक माइकल रयान ने कहा कि चीन में कोविड मामलों की अपेक्षाकृत कम संख्या की सूचना दी गई है, लेकिन वहां के अस्पतालों के आईसीयू मरीजों से भरे हैं।

फोटो: IANS
फोटो: IANS
user

नवजीवन डेस्क

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि चीन में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के साथ ही वहां के अस्पताल मरीजों से भरे नजर आ रहे हैं। मीडिया को संबोधित करते हुए डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य आपात कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक माइकल रयान ने कहा कि चीन में कोविड मामलों की अपेक्षाकृत कम संख्या की सूचना दी गई है, लेकिन वहां के अस्पतालों के आईसीयू मरीजों से भरे हैं। हम यह हफ्तों से कह रहे हैं कि यह अत्यधिक संक्रामक वायरस हमेशा सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक उपायों के साथ पूरी तरह से रोकने के लिए बहुत कठिन होने वाला है।

बीबीसी ने बताया कि शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी की टिप्पणी चीनी अधिकारियों के यह कहने के बाद आई है कि कोविड-19 के कारण अस्पतालों में लोगों की संख्या अपेक्षाकृत कम है।

पिछले कुछ दिनों में बीजिंग और अन्य शहरों के अस्पताल भर रहे हैं, लेकिन आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि मंगलवार को कोविड से केवल पांच और सोमवार को दो लोगों की मौत हुई।


संवाददाताओं से बात करते हुए डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस अदनोम घेब्येयियस ने कहा कि वह चीन की स्थिति से बहुत चिंतित हैं और रोग की गंभीरता, अस्पताल में प्रवेश और गहन देखभाल आवश्यकताओं पर विशिष्ट डेटा की अपील की।

बीबीसी के मुताबिक अचानक नए प्रकोप पर चिंताओं को दूर करने के प्रयास में चीन की स्टेट काउंसिल ने मंगलवार को एक बैठक आयोजित किया। इसमें संक्रामक रोग विशेषज्ञ प्रो. वांग गुई-कियांग ने स्पष्ट किया कि कोरोनोवायरस के कारण होने वाले निमोनिया और श्वसन संबंधी समस्या को कोविड की वजह से मौत के रूप में गिना जाता है।

चाइना न्यूज सर्विस की रिपोर्ट के अनुसार अंतर्निहित बीमारियों के कारण होने वाली मौतों को आधिकारिक गणना में शामिल नहीं किया गया है।

डब्ल्यूएचओ के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चीन ने 2020 की शुरुआत में महामारी के प्रकोप के बाद से 10,112,335 मामले आने और 31,431 मौतों की पुष्टि की है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia