बढ़ता जा रहा है ईवीएम पर शक, अब झारखंड में भी मिला ईवीएम के खाली बक्सों से भरा ट्रक

झारखंड में भी ईवीएम से जुड़ा एक विवाद समाने आया है। यहां ईवीएम के खाली बक्से से भरा ट्रक मिला है। झारखंड विधानसभा के पूर्व स्पीकर शशांक शेखर ने इस घटना को संदेहास्पद बताया है। उन्होंने मामले में प्रशासन पर आरोप लगाते हुए अपने पद का गलत इस्तेमाल करने की बात कही है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर
user

नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा के बाद झारखंड में भी ईवीएम से जुड़ा एक विवाद समाने आया है। यहां ईवीएम के दर्जनों खाली बक्से से भरा ट्रक मिला है। घटना झारखंड के देवघर की है, जहां एक ट्रक में भरकर ईवीएम के दर्जनों काली बक्से ले जाए जा रहे थे। बताया जा रहा है कि यह ट्रक बैजनाथपुर चौक के पास मिली है। इस बात की खबर जब इलाके के नेताओं को लगा तो वोौ मौके पर पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। विरोध को देखते हुए सिविल एसडीओ विशाल सागर, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रवीण प्रकाश और एसडीपीओ विकासचंद्र श्रीवास्तव घटनास्थल पर पहुंचे। चुनाव खत्म होने के बाद कई जगहों से ऐेसी खबरें आई हैं। यहां भी जब लोगों ने इतनी भारी मात्रा में खाली ईवीएम के बक्से देखकर असमंजस में पड़ गए।

बताया जा रहा है कि ट्रक में सारवां अंचल कार्यालय के क्लर्क देवेंद्र मुर्मू ड्राइवर के साथ सवार था। क्लर्क के मुताबिक जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीसी देवघर के कार्यालय ने उसे यह बक्सा दुमका पहुंचाने का आदेश दिया था। क्लर्क ने यह भी बताया कि चुनाव के बाद इवीएम को इन खाली बक्सा में रखना है। यही कारण है कि इसे दुमका ले जाया जा रहा है।

हालांकि विरोधी दल के नेता उसकी बात से सहमत नहीं हुए। विरोध को देखते हुए अधिकारियों को बक्सा खोलकर दिखाना पड़ा। केवल एक दर्जन बक्सा को देखाने के बाद सिविल एसडीओ ने ट्रक को दुमका के लिए रवाना कर दिया।

झारखंड विधानसभा के पूर्व स्पीकर शशांक शेखर ने इस घटना को संदेहास्पद बताया है। उन्होंने मामले में प्रशासन पर आरोप लगाते हुए अपने पद का गलत इस्तेमाल करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि इस तरह से चुनाव के बाद खाली बक्सा को ट्रक में ले जाना संदेहास्पद हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस को ट्रक थाने ले जाना चाहिए था और सही तरीके से जांच के बाद ही ट्रक को छोड़ना चाहिए था। । उन्होंने पुलिस पर एनडीए के पक्ष में काम करने का आरोप भी लगाया है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


Published: 21 May 2019, 9:02 PM