IPS आत्महत्या मामले की जांच के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने SIT गठित की, कांग्रेस सांसद ने न्यायिक जांच की मांग की

कांग्रेस सांसद वरुण चौधरी ने शुक्रवार को पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात कर हरियाणा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वाई. पूरण कुमार की कथित आत्महत्या के मामले की न्यायिक जांच की मांग की।

IPS आत्महत्या मामले की जांच के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने SIT गठित की, कांग्रेस सांसद ने न्यायिक जांच की मांग की
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नवजीवन डेस्क

हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की आत्महत्या के मामले की समयबद्ध तरीके से ‘त्वरित, निष्पक्ष और गहन जांच’ के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को छह सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया है। वहीं कांग्रेस सांसद वरुण चौधरी ने राज्यपाल से मुलाकात कर वाई. पूरण कुमार की कथित आत्महत्या के मामले की न्यायिक जांच की मांग की।

चंडीगढ़ पुलिस द्वारा गठित एसआईटी का नेतृत्व चंडीगढ़ के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) पुष्पेंद्र कुमार करेंगे। एक आधिकारिक आदेश के मुताबिक इस एसआईटी में चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर, पुलिस अधीक्षक (नगर) के एम प्रियंका, डीएसपी चरणजीत सिंह विर्क और अन्य अधिकारी गुरजीत कौर और जयवीर राणा सदस्य होंगे।

इसमें कहा गया, ‘‘मामले में आरोपों की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के आईजी की देखरेख में मामले की त्वरित, निष्पक्ष और गहन जांच करने के लिए निम्नलिखित सदस्यों वाली एक एसआईटी तत्काल प्रभाव से गठित की जाती है।’’ आदेश में कहा गया, ‘‘एसआईटी प्राथमिकी संख्या 156/2025 के सभी पहलुओं की समयबद्ध तरीके से जांच करेगी, जिसमें साक्ष्य संग्रह, गवाहों की जांच, विशेषज्ञों की राय लेना, कानूनी सलाह आदि शामिल है। जांच पूरी होने पर अंतिम रिपोर्ट तैयार करेगी।’’


इस बीच कांग्रेस सांसद वरुण चौधरी ने शुक्रवार को पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात कर हरियाणा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वाई. पूरण कुमार की कथित आत्महत्या के मामले की न्यायिक जांच की मांग की। अंबाला के सांसद चौधरी ने पंजाब के विधायक अमित रतन के साथ लुधियाना में कटारिया से मुलाकात की और वरिष्ठ पुलिसकर्मियों द्वारा आईपीएस अधिकारी के साथ कथित जातिगत भेदभाव पर क्षोभ जताया। रतन बठिंडा ग्रामीण विधानसभा सीट से आप के विधायक हैं और दिवंगत आईपीएस अधिकारी की पत्नी अमनीत पी कुमार के छोटे भाई हैं।

कटारिया को सौंपे ज्ञापन में कांग्रेस नेता ने आईपीएस अधिकारी द्वारा छोड़े गए 'अंतिम नोट' का उल्लेख किया। पूरण कुमार ने मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी। सूत्रों के अनुसार आईपीएस अधिकारी के 'अंतिम नोट' में वरिष्ठ अधिकारियों के नाम हैं और पिछले कुछ वर्षों में उनके साथ हुए कथित 'मानसिक उत्पीड़न' और जातिगत भेदभाव समेत अपमानों का विवरण भी शामिल है।

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चौधरी ने उच्च न्यायालय के एक मौजूदा न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक जांच की मांग करते हुए राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में लिखा, ‘‘एक आईपीएस अधिकारी द्वारा आत्महत्या के बारे में जानकर पूरा देश सदमे में है और इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि इस कदम का कारण हरियाणा राज्य के शीर्ष अधिकारियों द्वारा किया गया जाति-आधारित भेदभाव है।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बाबा साहेब डॉ. भीम राव आंबेडकर जी द्वारा देखा गया अत्याचार मुक्त भारत का सपना अभी भी अधूरा है, जैसा कि आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार द्वारा झेले गए अत्याचारों के कारण उठाए गए आत्महत्या के इस कदम से उजागर होता है।’’

गौरतलब है कि 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी, पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) वाई पूरन कुमार चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर मृत पाए गए थे। चंडीगढ़ पुलिस के अनुसार, उन्होंने अपनी सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मारी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। अधिकारी ने 9 पन्नों का एक 'सुसाइड नोट' छोड़ा, जिसमें 15 सेवारत और पूर्व अधिकारियों के नाम हैं। चंडीगढ़ पुलिस ने उनके 'सुसाइड नोट' में नामजद लोगों के खिलाफ सेक्टर 11 पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की है।

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