जम्मू-कश्मीर: धंसती जमीन, दरकते आशियाने, डोडा में जोशीमठ जैसा संकट, निवासियों का दर्द सुनिए सरकार!

स्थानीय महिला निवासी ने कहा कि हमने इस मकान पर अब तक करीब 50–60 लाख खर्च कर दिए हैं। मेरे बच्चे कहीं और रह रहे हैं, और हमारे सामान और पशु किसी अन्य स्थान पर हैं। अभी तक हमें समझ नहीं आ रहा कि हम कैसे रहेंगे। हमारे पास अब कोई पैसा नहीं बचा।

जम्मू-कश्मीर: डोडा में जोशीमठ जैसा संकट
i
user

नवजीवन डेस्क

जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले में जोशीमठ जैसा संकट गहरा गया है। भारी बारिश के बीच डोडा गंदोह (भलेसा) क्षेत्र के भर्गी गांव में जमीन में धंसाव शुरू हो गया है, जिससे बड़े पैमाने पर आवासीय भवनों को भारी नुकसान पहुंचा है। लगातार हो रहे भू-धंसाव की वजह से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। लोगों ने प्रशासन से राहत पहुंचाने की अपील की है।

स्थानीय हालात और लोगों का दर्द

एक स्थानीय निवासी ने बताया, "हमने अपने सभी सामान यहां से हटा कर किसी अन्य के घर में रख दिए हैं। हम प्रशासन, विशेषकर डीसी डोडा से अपील करते हैं कि वे एक टीम बनाकर इस क्षेत्र का दौरा करें। मेरे क्षेत्र में करीब 15–20 घर प्रभावित हैं, और वे रहने के लिए सुरक्षित या उपयुक्त नहीं हैं।"

दूसरे स्थानीय महिला निवासी ने कहा, "हमने इस मकान पर अब तक करीब 50–60 लाख खर्च कर दिए हैं। मेरे बच्चे कहीं और रह रहे हैं, और हमारे सामान और पशु किसी अन्य स्थान पर हैं। अभी तक हमें समझ नहीं आ रहा कि हम कैसे रहेंगे। हमारे पास अब कोई पैसा नहीं बचा। मेरा घर गिरने के कगार पर है। घर के नीचे की जमीन पूरी तरह धंस चुकी है। हम प्रशासन से मदद की अपील कर रहे हैं। अगर वे मदद करेंगे, तो हम अपना घर फिर से बना लेंगे।"https://x.com/ANI/status/1964564274782884340


प्रशासनिक स्थिति और राहत कार्य

इस पूरे हालात में प्रशासन की सहायता अभी तक सीमित है। खबरों के मुताबिक, डोडा जिले में भारी बारिश और फ्लैश बाढ़ की वजह से कुल 500 घरों को नुकसान पहुंचा है, और साथ ही बाढ़ और बारिश से 4 लोगों की मौत हो गई। प्रशासन सतर्क है, और कुछ प्रभावित सड़कों को अस्थायी रूप से बहाल किया गया है।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

भलेसा (गंदोह) क्षेत्र में बादल फटा था, जिससे अचानक भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इस घटना में 3 लोगों की जान चली गई और आवासीय इलाकों में व्यापक नुकसान पहुंचा।

साल 2023 में डोडा के थठरी इलाके में भी एक बड़े भू-धंसाव का मामला सामने आया था, जिसमें करीब 23 घर असुरक्षित घोषित हो गए। 300 लोग विस्थापित हुए थे। विशेषज्ञों ने इसे "स्लाइडिंग" की घटना बताया और उस समय प्रशासन ने राहत और पुनर्वास के लिए कदम उठाए थे।


Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia