लखीमपुर कांड में नया 'खेल'? 8 गवाहों ने की सुरक्षा हटाने की मांग, जानें इस पर पुलिस-प्रशासन ने किया कहा

एएसपी अरुण कुमार सिंह ने कहा कि 8 प्रमुख गवाहों ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपनी सुरक्षा वापस लेने के लिए आवेदन जमा किए हैं। उनके आवेदन की सुरक्षा हटाने से पहले समीक्षा की जाएगी। स्थानीय पुलिस ने उन गवाहों की पहचान उजागर करने से इनकार कर दिया।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में 90 प्रमुख गवाहों में से 8 गवाह चाहते हैं कि उनकी पुलिस सुरक्षा हटा दी जाए। इन गवाहों ने इस संबंध में स्थानीय प्रशासन को पत्र लिखा है। लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में तीन अक्टूबर को चार किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एक मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करने के बाद पुलिस ने मामले के 90 प्रमुख गवाहों में से प्रत्येक को सुरक्षा प्रदान की थी।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी), अरुण कुमार सिंह ने कहा कि आठ प्रमुख गवाहों ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपनी सुरक्षा वापस लेने के लिए आवेदन जमा किए हैं। उनके आवेदन की सुरक्षा हटाने से पहले समीक्षा की जाएगी। स्थानीय पुलिस ने उन गवाहों की पहचान उजागर करने से इनकार कर दिया जो अपनी सुरक्षा हटाना चाहते हैं।

गवाहों की सुरक्षा खतरे में देखने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को यह निर्देश दिया था कि गवाहों को सुरक्षा प्रदान की जाए। ऐसे में सवला यह है कि कहीं यह गवाह किसी दबाव में आकर अपनी सुरक्षा वापस लिए जाने की मांग तो नहीं कर रहे हैं?

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दो प्राथमिकी - पहली चार किसानों की हत्या के संबंध में और दूसरी चार अन्य की हत्या के संबंध में - तिकुनिया पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। मामले की जांच कर रही विशेष जांच समिति ने पहले मामले में आशीष मिश्रा समेत 13 और दूसरे मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

ये है पूरा मामला:

यह पूरा 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया थाना क्षेत्र के बनबीरपुर गांव के पास का है। एक थार जीप ने चार किसानों को कुचल दिया था। जिस थार जीप के ड्राइवर का फोन बरामद हुआ है, वह जीप एक वीडियो में प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचलते हुए दिखाई दी थी। इसके बाद भड़की हिंसा में चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। किसानों को कुचलने के आरोप केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर लगे। इसके आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया गया और अभी वह जेल में है।

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