प्रियंका गांधी का यूपी में भर्ती घोटाले के शिकार युवाओं के नाम संदेश- आपकी लड़ाई, हमारी लड़ाई

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती मामले में अनियमितता को लेकर आज एक फेसबुक लाइव किया। उन्होंने फर्जीवाड़े के शिकार अभ्यर्थियों को संदेश दिया कि आप सब यूपी के भविष्य हैं और आपकी लडाई हमारी लड़ाई है। हम आपके लिए लड़ेंगे।

फोटोः स्क्रीनशॉट
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती मामले में अनियमितताओं को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज कई खुलासे किए। साथ ही यूपी सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने इसे यूपी सरकार का व्‍यापमं घोटाला करार दिया। इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने इस फर्जीवाड़े का शिकार हुए उत्तर प्रदेश के युवाओं, छात्रों और छात्राओं से अपील की है कि जब हम सब मिलकर खड़े होंगे तभी बदलाव होगा।

प्रियंका गांधी ने आज एक फेसबुक लाइव के जरिये उत्तर प्रदेश के युवाओं और प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीधा छात्रों से संवाद करते हुए कहा, “आज मैं उत्तर प्रदेश के युवाओं, खासतौर से उन प्रतियोगी छात्र-छात्राओं से बात करना चाह रही हूं, जिन्होंने सुपर टीईटी (Super TET) की परीक्षा दी। आप सब तो जानते ही हैं कि हाल में परीक्षा के रिजल्ट आए और उस रिजल्ट से बहुत आक्रोश, बहुत नाराजगी है। क्योंकि मीडिया की रिपोर्ट से, छात्र-छात्राओं की रिपोर्ट से ये पता चल रहा है कि इस परीक्षा में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है, बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ है।

देखिए, बहुत समय से, जबसे मैंने यूपी में काम करना शुरु किया, तब से मैं देख रही हूं कि ऐसी तमाम परीक्षाएं जो यूपी में ली जा रही हैं, उनमें कहीं ना कहीं चीटिंग के मामले निकलते हैं, घोटाले निकलते हैं, भ्रष्टाचार की बात उठती है और इससे बहुत दुख होता है। आज जिन छात्राओं से मैं बात कर रही थी, वो मुझे बता रही थीं कि परीक्षा देने के लिए वे 200-200 किलोमीटर दूर गईं। कइयों ने तो 3-3 परीक्षाएं दी हैं, कभी सलेक्ट भी हो गई हैं, लेकिन बार-बार परीक्षाओं में परिवर्तन हो रहा है। बार-बार चीटिंग के मामले उठ रहे हैं। कभी परीक्षा रद्द होती है, तो कभी परीक्षा में जो अंक आते हैं, उनमें नया नियम कायम हो जाता है। पहले कट ऑफ प्वाइंट एक होता है, लेकिन परीक्षा होने के बाद कभी कट ऑफ प्वाइंट बदला जाता है।

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मैं दिल्ली में रहती हूं, मैं तो सोच भी नहीं सकती हूं कि एक परीक्षा दे रहे हैं, उसका रिजल्ट डेढ़ साल बाद आ रहा है। उसका रिजल्ट आने में इतना समय लग रहा है, क्यों लग रहा है इतना समय? अगर कोई घोटाला, कोई गड़बड़ नहीं है, तो ये रिजल्ट पहले आना चाहिए। तो इस तरह के तमाम मुद्दे हैं जो इन परीक्षाओं के इर्द-गिर्द उठने लगे हैं।

अब हाल में जो समस्या है, मैंने सुना की आज सुबह टॉपर गिरफ्तार हुए हैं, कल कुछ और लोग गिरफ्तार हुए थे। लेकिन मैं पूछना चाहती हूं कि अगर ये परीक्षा पारदर्शिता से, ठीक ढंग से, साफ-सुथरे तरीके से ली गई है, तो लोग गिरफ्तार क्यों हो रहे हैं? अगर सरकार कह रही है कि सब ठीक है, एक सेंटर में इशू आ रहा है, उस सेंटर के लोगों को हमने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन पूरी परीक्षा में अगर कोई समस्या नहीं है, तो ये बार-बार क्यों इशू उठ रहे हैं और लोगों को इतना दुख क्यों हो रहा है उसमें, स्टूडेंट्स इतने परेशान क्यों हैं? इसमें जो नियम हैं, वो बार-बार बदलते क्यों रहते हैं?

तो मैं आप सबसे कहना चाहती हूं कि आज जिन बच्चों से मैंने बात की, वो मुझे बता रहे थे कि कितना संघर्ष करके वे यहां तक पहुंचे। उनके लिए ये जो इम्तिहान है, ये जो परीक्षा है, ये जीवन के भविष्य का द्वार है, जिसके जरिए वो अपने भविष्य को बना सकते हैं, जिससे जरिए वो अपने पूरे परिवार के लिए, आगे के लिए, अपनी लाइफ बना सकते हैं, अपना फ्यूचर बना सकते हैं।

तो अगर हम एक साथ आवाज नहीं उठाएंगे, अगर हम ये डिमांड नहीं करेंगे कि कोई परिवर्तन आए, तो ये एक ऐसा सिलसिला बन जाएगा कि फिर कभी नहीं थमेगा। यूपी सरकार तो वैसे भी समझ रही है कि चाहे कुछ भी हो जाए कोई आवाज नहीं उठाएगा। कहीं घोटाला हो रहा हो, कहीं भ्रष्टाचार हो रहा हो, ना आपको आवाज़ उठाने दे रहे हैं, सरकार विज्ञापित कर रही है और कह रही है कि अगर आप आवाज़ उठाएंगे तो आप पर मुकदमे किए जाएंगे।

तो ऐसे में या तो हम सब चुप बैठ जाएं, तो कभी कोई परिवर्तन नहीं आने वाला या हम आवाज उठाएं और सरकार से जवाबदेही मांगे- मुख्यमंत्री जी बताएं कि वो ज़िम्मेदारी ले रहे हैं या नहीं ले रहे हैं? ठोस कार्यवाही होनी चाहिए, पूरी तरह से पारदर्शिता के साथ कार्यवाही होनी चाहिए। जो कार्यवाही होनी चाहिए, वो तय करें। लेकिन ये सिर्फ आपका भविष्य नहीं है, ये पूरे प्रदेश का भविष्य है, एक पूरी जनरेशन का भविष्य है और प्रदेश की ज़िम्मेदारी मुख्यमंत्री जी की है। मुख्यमंत्री जी ये आपके भी बच्चे हैं, हमारे हैं, आपके हैं और हम सबको इक्कट्ठे एक सकारात्मक तरीके से इनके लिए एक सोल्यूशन ढूंढना पड़ेगा। ये कोई राजनीति की बात नहीं है, एक बहुत स्पष्ट बात है। एक जनरेशन के भविष्य का सवाल है, और उस सवाल को हम उठा रहे हैं।

हम सब ज़िम्मेदारी लें और आप ज़िम्मेदारी लें क्योंकि आपकी सरकार में ये सब हो रहा है। पारदर्शिता से जो भी कार्यवाही करनी है, आप करवाइए, चाहे इम्तिहान को रद्द कराने की कार्यवाही हो, चाहे पूरी तरह से जांच कराने की कार्यवाही हो और इससे बढ़कर सबसे जरूरी, जिसका मुझे सबसे ज्यादा दुख हुआ कि इन छात्र-छात्राओं का, ये जो प्रतियोगी छात्र-छात्राएं हैं, इनकी सुनवाई भी नहीं हो रही है, आप इनकी आवाज़ दबाने की कोशिश क्यों कर रहे हैं?

दमन से कुछ नहीं होगा, ये युवा है, युवा आवाज़ उठाता है, उसका स्वभाव होता है, स्वभाव को दबाने की कोई भी कोशिश करे तो कोई सफल नहीं हो सकता। अगर एक देश, एक प्रदेश आगे बढ़ेगा, अगर विकसित होगा तो बहुत जरूरी है कि आप युवाओं की आवाज़ सुनें, उनकी समस्याओं को सुलझाएं और इस तरह की नीति नहीं होनी चाहिए कि भर्तियों में धांधली हो, परीक्षाओं में घोटाले हों। ये कोई आम चीज नहीं है, हमें स्वीकार नहीं करना चाहिए कि इसी तरह से चीजें होती हैं। हमें बदलाव लाना है और बदलाव लाने के लिए हमें इक्कट्ठे होकर काम करना पड़ेगा।

तो मैं आप सबसे कहना चाहती हूं, युवाओं से कहना चाहती हूं, खासतौर से जिन्होंने ये इम्तिहान दिया, उनसे कहना चाहती हूं कि मैं आपके साथ खड़ी हूं। मैं आपकी आवाज़ उठाऊंगी, इसमें राजनीति की कोई बात नहीं है। मैं चाहती हूं कि आपकी आवाज उठे, आप हमारा भविष्य हैं, यूपी के भविष्य हैं और हम आपके लिए लड़ेंगे, आपकी लडाई हमारी लड़ाई है।”

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