'केरल में चुनाव के चलते प्रधानमंत्री मोदी गिरिजाघर गए, लेकिन ‘गुंडों’ को नहीं रोक पा रहे', कांग्रेस का हमला

पवन खेड़ा ने यह दावा भी किया कि अराजकता फैलाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा लगाये जहरीले बीजों से निकली ‘‘खरपतवार’’ हैं जिनका हिंदू धर्म और भारतीय सभ्यता से कोई संबंध नहीं है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस ने देश में कुछ स्थानों पर क्रिसमस से जुड़े कार्यक्रमों में कथित तौर पर व्यवधान डालने की घटनाओं की हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केरल में विधानसभा चुनाव होने के कारण आज सुबह गिरजाघर चले गए, लेकिन ‘‘अपने गुंडों’’ को नहीं रोक पा रहे हैं।

पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह दावा भी किया कि अराजकता फैलाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा लगाये जहरीले बीजों से निकली ‘‘खरपतवार’’ हैं जिनका हिंदू धर्म और भारतीय सभ्यता से कोई संबंध नहीं है।

प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को दिल्ली के ‘कैथेड्रल चर्च ऑफ द रिडेम्प्शन’ में क्रिसमस की प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। इस अवसर पर दिल्ली और उत्तर भारत से बड़ी संख्या में आए ईसाई श्रद्धालु गिरजाघर में उपस्थित थे।

इस प्रार्थना सभा में प्रार्थनाएं, कैरल (गीत), भजन और दिल्ली के बिशप राइट रेवरेंड डॉ. पॉल स्वरूप द्वारा प्रधानमंत्री के लिए एक विशेष प्रार्थना शामिल थी।


पवन खेड़ा ने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘‘राम नवमी और हनुमान जयंती पर ये लोग मस्जिदों के बाहर जा कर डीजे बजाते हैं, उकसाने वाले गाने बजाते हैं। क्रिसमस पर ये लोग चर्च के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ते हैं, सैंटा क्लॉज की टोपी खींचते हैं, तोड़फोड़ करते हैं।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘ये संघ द्वारा लगाये जहरीले बीजों से निकली खरपतवार है। ये गुंडे ना हिंदू धर्म के हो सकते हैं और ना ही भारतीय सभ्यता से इनका कोई नाता हो सकता है।’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि इनकी हरकतों से दुनिया भर में भारत की बदनामी हो रही है। खेड़ा ने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री सुबह-सुबह खुद गिरजाघर चले गए क्योंकि केरल में चुनाव है। लेकिन अपने गुंडो को नहीं रोक पा रहे हैं या रोकना नहीं चाहते हैं।’’

उनका कहना था, ‘‘(हम) दुनिया से कहना चाहते हैं कि इनको (उपद्रव करने वालों) देखकर यह धारणाा मत बनाइए कि हिंदू ऐसे होते हैं या भारतवासी ऐसे होते हैं। ये लोग बहुत कम संख्या में हैं जो प्रधानमंत्री के गुंडे हैं। इनसे निपटना हम जानते हैं।’’ केरल में अगले साल मार्च-अप्रैल में विधानसभा चुनाव संभावित है।