लखनऊ हादसे में SP प्रवक्ता की मां का निधन, पत्नी का हुआ रेस्क्यू, जमींदोज हुई बिल्डिंग से जिंदगी बचाने की जंग जारी

लखनऊ हादसे में अभी तक एक की मौत हो गई है। सपा प्रवक्ता अब्बास हैदर की मां का निधन हो गया है। वे सिविल अस्पताल में भर्ती थीं। डॉक्टर्स के तमाम प्रयास के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को अलाया अपार्टमेंट की बिल्डिंग अचानक जमींदोज हो गई। देखते ही देखते कई परिवार मलबे में दब गए हैं। बीते करीब 18 घंटो से चल रहे सर्च ऑपरेशन में जिंदगी बचाने की जंग जारी है। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले के लिए एक कमेटी गठित कर दी है।

लखनऊ हादसे में अभी तक एक की मौत हो गई है। सपा प्रवक्ता अब्बास हैदर की मां का निधन हो गया है। वे सिविल अस्पताल में भर्ती थीं। डॉक्टर्स के तमाम प्रयास के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका। वहीं उनकी पत्नी को मलबे से निकाल जा चुका है। उदर, लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि मामले की जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। गंगवार ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि मंगलवार शाम को ढहे 'अलाया अपार्टमेंट' के मलबे से अब तक 14 लोगों को निकाला जा चुका है।उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनमें से 10 की हालत स्थिर मगर खतरे से बाहर है जबकि चार को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।

राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके के पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट के ढह जाने की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी में लखनऊ के आयुक्त रोशन जैकब, संयुक्त पुलिस आयुक्त लखनऊ पीयूष मोर्डिया और चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी लखनऊ को शामिल किया गया है। यह कमेटी एक सप्ताह में जिम्मेदार लोगों को चिह्न्ति कर रिपोर्ट देगी।

घटना के 18 घंटे बाद भी राहत एव बचाव कार्य जारी रहा। मलबे को हटाकर उसमें दबे लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। ड्रिल मशीन से एनडीआरएफ की टीम मलबे के टुकड़ों को तोड़ने में जुटी हुई है। जिससे जल्द से जल्द मलबे में दबे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। अंदर दबे हुए लोग फोन से संपर्क में हैं। वहीं उन्हें ऑक्सीजन भी दी जा रही है। पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान के अनुसार करीब 5 लोगों के अभी भी बिल्डिंग के बेसमेंट में फंसे होने की आशंका है। उनको लगातार ऑक्सीजन देने का प्रयास हो रहा है। इनसे फोन पर भी बात की गई है।


हादसे के वक्त अपार्टमेंट में कई लोग मौजूद थे। मलबे में करीब दो दर्जन से ज्यादा लोग दब गए थे। रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई थी। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। अपार्टमेंट में कुछ दिन से मरम्मत और पाइप लाइन का काम चल रहा था। अपार्टमेंट अचानक जमींदोज कैसे हो गया, ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। बिल्डिंग का निर्माण यजदान बिल्डर्स ने किया था।

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