'ट्रंप बार-बार डरा धमका रहे, लेकिन PM चुप हैं', खड़गे ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर उठाए सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार की विदेश नीति पूरी तरह लड़खड़ा गई है और उसे समझ नहीं आ रहा कि इस स्थिति से कैसे निपटें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘दोस्त’ और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का हाल-फिलहाल में भारत प्रति जो रुख है वह थोड़ा हैरान करने वाला है। ट्रंप अपने बयान और एक्शन दोनों से पीएम मोदी के असहज करते आए हैं। हालांकि पीएम मोदी ने अब तक उनके खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा है। उनकी चुप्पी को लेकर विपक्षी दल भी सवाल खड़ा कर रहे हैं। इसी बीच राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत तक शुल्क लगा दिया है, जिसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार की विदेश नीति पूरी तरह लड़खड़ा गई है और उसे समझ नहीं आ रहा कि इस स्थिति से कैसे निपटें।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने दावा किया कि ट्रंप बार बार धमका रहे हैं लेकिन पीएम मोदी चुप हैं।
खड़गे ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में लिखा, ‘‘भारत का राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है। कोई भी देश जो गुटनिरपेक्षता की विचारधारा में अंतर्निहित हमारी समय की कसौटी पर कसी गई सामरिक स्वायत्तता की नीति के लिए भारत को मनमाने ढंग से दंडित करता है, वह भारत के मज़बूत ढांचे को नहीं समझता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सातवें बेड़े की धमकियों से लेकर परमाणु परीक्षणों के प्रतिबंधों तक, हमने अमेरिका के साथ अपने संबंधों को आत्मसम्मान और गरिमा के साथ निभाया है।’’
खड़गे के अनुसार ट्रंप ने 50 प्रतिशत शुल्क लगाने की बात ऐसे समय कही है जब भारत की कूटनीति बहुत बुरी तरह लड़खड़ा रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी जी, जब ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने युद्धविराम में मध्यस्थता की है, तब आप चुप रहे। उन्होंने कम से कम 30 बार ऐसा दावा किया है और यह संख्या बढ़ती जा रही है।’’
उन्होंने दावा किया कि 30 नवंबर 2024 को ट्रंप ने ब्रिक्स देशों पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी दी थी और उस समय प्रधानमंत्री मोदी वहां बैठे मुस्करा रहे थे, जबकि ट्रंप ने 'ब्रिक्स को मृत' कहा था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ट्रंप महीनों से ‘जवाबी शुल्क’ की योजना बना रहे थे। हम सभी इसके बारे में जानते थे। आपने केंद्रीय बजट में कृषि, एमएसएमई और विभिन्न उद्योगों जैसे हमारे प्रमुख क्षेत्रों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए कुछ नहीं किया।’’ खड़गे ने कहा, "आपके (मोदी) मंत्री महीनों से अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत करने की बात कह रहे हैं। उनमें से कुछ तो कई दिनों तक वाशिंगटन में डेरा भी डाले रहे।’’
उन्होंने कहा,‘‘ आप अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत करने में विफल रहे। आपके पास छह महीने से ज़्यादा का समय था। अब ट्रंप हमें डरा-धमका रहे हैं और मजबूर कर रहे हैं , लेकिन आप चुप हैं।’’
खड़गे ने इस बात का उल्लेख किया कि भारत का अमेरिका को निर्यात लगभग 7.51 लाख करोड़ रुपये (2024) है और 50 प्रतिशत का एकमुश्त शुल्क 3.75 लाख करोड़ रुपए का आर्थिक बोझ डालेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "हमारे कई क्षेत्र जैसे - एमएसएमई, कृषि, डेयरी इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक सामान, रत्न एवं आभूषण, दवा उत्पादन और जैविक उत्पाद, पेट्रोलियम उत्पाद और सूती कपड़े, सबसे ज़्यादा प्रभावित होंगे।"
उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार को समझ नहीं आ रहा कि इससे कैसे निपटा जाए। खड़गे ने यह भी कहा, "आप (प्रधानमंत्री ) इस विदेश नीति की तबाही के लिए 70 साल की कांग्रेस को भी दोष नहीं दे सकते।"
पीटीआई के इनपुट के साथ
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