UP: प्रयागराज का निजी अस्पताल सील, मरीज को प्लेटलेट्स की जगह चढ़ाया जूस, हुई मौत

प्रयागराज जिले में डेंगू के एक मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ाए जाने के आरोप के बाद निजी अस्पताल को सील कर दिया गया। इस घटना में मरीज की बाद में मौत हो गई थी।

फोटो: Getty Images
फोटो: Getty Images
user

नवजीवन डेस्क

यूपी के प्रयागराज में घोर लापरवाही करने वाले एक निजी अस्पताल पर कार्रवाई की गई है। अस्पताल को सील कर दिया गया है। दरअसल एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसकी कल्पना करना मुश्किल है। प्रयागराज के एक निजी अस्पताल को एक डेंगू मरीज को कथित तौर पर ब्लड प्लेटलेट्स के बजाय फलों का रस दे दिया। इसकी वजह से मरीज की मौत हो गई। जानकारी मिलते ही अस्पताल सील कर दिया गया है। मृतक के परिजनों ने पुलिस और स्वास्थ विभाग के अफसरों से इस मामले में शिकायत की है। इस पर सीएमओ ने अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है।

प्रदीप को 17 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था। परिजनों का आरोप है कि निजी अस्पताल में प्लेटलेट्स के नाम पर उनके मरीज को मौसंबी का जूस चढ़ा दिया। इसके बाद उनके मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ गई और उसे दूसरे अस्पताल ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।


दरअसल प्रदेश में डेंगू का कहर जारी है, जिसकी चपेट में आने से कई मरीजों की हालत खराब हो जा रही है और उन्हें प्लाज्मा चढ़ाने की जरूरत पड़ जा रही है। लेकिन सरकारी अस्पतालों की हालत के कारण फर्जी ब्लड बैंकों की चांदी हो गई है और वे इसी तरह लोगों की जान से खेल रहे हैं, क्योंकि अनजान लोगों को प्लाज्मा और मौसमी (मीठा नीबू) दोनों का रस 'समान' दिखता है।

इसे भी पढ़ें: यूपी में डेंगू मरीज को प्लाज्मा की जगह मौसमी का जूस चढ़ाया, हालत खराब होने के बाद मौत

डेंगू के क्या है लक्षण?

डेंगू की शुरुआत तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों में दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द, थकान, मितली, उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते और भूख ना लगने जैसे लक्षणों से होती है।

  • पेट में तेज दर्द

  • तेजी से सांस लेना

  • लगातार उल्टी

  • प्लेटलेट काउंट का तेजी से गिरना और सुस्ती

  • बेचैनी महसूस होना

ऐसे करें बचाव 

  • घर के आसपास या घर के अंदर पानी नहीं जमने दें।

  • फुल शर्ट और फुल पैंट यानी शरीर को पूरी तरह से कवर करने वाले कपड़े ही पहनें।

  • मच्छरदानी में सोने का विकल्प अपनाएं।

  • उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।

  • गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों और बुजुर्गों का विशेष रूप से ध्यान रखें।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia