उपराष्ट्रपति चुनाव: रेड्डी ने कहा- उपराष्ट्रपति का पद राजनीतिक संस्था नहीं बल्कि उच्च संवैधानिक निकाय है
बी सुदर्शन रेड्डी ने कहा, ‘‘यह कोई साधारण राजनीतिक संस्था नहीं है... इस पद पर बैठने के इच्छुक व्यक्ति के लिए अपेक्षित गुण न्यायाधीश के समान हैं - अपने शब्दों, कार्यों और कर्मों में निष्पक्ष, तर्कसंगत और उचित... उपराष्ट्रपति पद के बारे में मेरी यही समझ है।’’

‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवाद बी सुदर्शन रेड्डी ने शुक्रवार को गुवाहटी में कहा कि उपराष्ट्रपति का पद कोई राजनीतिक संस्था नहीं, बल्कि उच्च संवैधानिक निकाय है। रेड्डी गुवाहाटी में थे, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की।
बी सुदर्शन रेड्डी ने कहा, ‘‘यह कोई साधारण राजनीतिक संस्था नहीं है... इस पद पर बैठने के इच्छुक व्यक्ति के लिए अपेक्षित गुण न्यायाधीश के समान हैं - अपने शब्दों, कार्यों और कर्मों में निष्पक्ष, तर्कसंगत और उचित... उपराष्ट्रपति पद के बारे में मेरी यही समझ है।’’
उन्होंने इससे पहले मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि भारत का निर्वाचन आयोग (ईसीआई) एक संवैधानिक निकाय है जिसे देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी व्यक्ति को चुनाव में भाग लेने से रोकने के लिए कोई पूर्वनिर्धारित व्यवस्था नहीं बनाई जा सकती।’’
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि क्योंकि यह मामला ‘‘उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए इस पर कोई भी टिप्पणी करना मेरे लिए अविवेकपूर्ण होगा।’’