विचार
Results For "Indian Politics "


विचार
विष्णु नागर का व्यंग्य: मालिक के इशारे पर होंठ हिलाने वाला शासक

विचार
विष्णु नागर का व्यंग्य: राजनीति के बाजार का कोई व्यापारी शाम को घर कभी खाली हाथ नहीं जाता

विचार
विष्णु नागर का व्यंग्य: ये उस युग की बात है जब सारी समस्याएं हल हो चुकी थीं और फिर...

विचार
विष्णु नागर का व्यंग्य: राजा का मुकुट

विचार
मौसम के साथ बदलती है नैतिकता, विपक्षी दलों के नेता और समर्थक नजर आने लगे हैं दुश्मन!

विचार
विष्णु नागर का व्यंग्य: यह तब की बात है, जब चुनाव हो रहे थे

विचार
विष्णु नागर का व्यंग्य: तुम हमें सरकार दो, हम तुम्हें खून चूसने के और अवसर देंगे!

विचार
राम पुनियानी का लेखः बाबरी ध्वंस से राम मंदिर तक, भारतीय राजनीति की बदलती दशा और दिशा

विचार