क्रिकेट

खेल की 5 बड़ी खबरें: खेल रत्न के लिए हॉकी इंडिया ने भेजा इस खिलाड़ी का नाम और चहल पर टिप्पणी करके घिरे युवराज

हॉकी इंडिया ने भारतीय महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल का नाम खेल रत्न पुरस्कार के लिये भेजा है जबकि वंदना कटारिया, मोनिका और हरमनप्रीत सिंह के नाम अर्जुन पुरस्कार के लिये भेजा और मोहम्मद शमी कोरोना संकट के बीच जरूरत लोगों को भोजन और मास्क बांट रहे हैं।

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फोटो: Getty Images  Hindustan Times

खेलरत्न के लिए महिला हॉकी कप्तान रानी का नाम, अर्जुन पुरस्कार की दौड़ में वंदना, मोनिक, हरमनप्रीत

हॉकी इंडिया ने भारतीय महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल के नाम की अनुशंसा खेलरत्न पुरस्कार के लिये की है जबकि वंदना कटारिया, मोनिका और हरमनप्रीत सिंह के नाम अर्जुन पुरस्कार के लिये भेजे गए हैं । मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिये भारत के पूर्व खिलाड़ी आर पी सिंह और तुषार खांडकर के नाम भेजे गए हैं । कोच बी जे करियाप्पा और रमेश पठानिया के नाम द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये भेजे हैं । देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार के लिये एक जनवरी 2016 से 31 दिसंबर 2019 के बीच का प्रदर्शन आधार रहेगा। खेल मंत्रालय की एक समिति विजेताओं का चयन करेगी । पुरस्कार 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस पर दिये जायेंगे ।

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कोविड-19: संकट के बीच जरूरतमंदों में मास्क, खाना बांट रहे शमी

भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी कोरोनावायरस महामारी के बीच गरीब और जरूरत लोगों को भोजन और मास्क बांट रहे हैं। शमी ने उत्तर प्रदेश में बिजनौर शहर के पास सहसपुर में अपने घर के पास भोजन वितरण केंद्र बनाया है। वहां पर वह राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24 के पास जरूरतमंदों को मास्क और खाना मुहैया करा रहे हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने खुद अपने आधिकारिक ट्विटर पर इसकी जानकारी दी है और इसके लिए बोर्ड ने तेज गेंदबाज शमी की तारीफ भी की है। बीसीसीआई ने 42 सेकेंड की अपनी वीडियो में कहा, "जब भारत कोरोना से लड़ रहा है मोहम्मद शमी आगे आकर लोगों की मदद कर रहे हैं। वह उत्तर प्रदेश में अपने घर सहसपुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24 पर लोगों को खाने के पैकेट और मास्क बांट रहे हैं। इस जंग में हम सब साथ हैं।" बीसीसीआई के ट्वीट पर शमी ने बोर्ड का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, " शुक्रिया बीसीसीआई, यह तो मेरा फर्ज था।"

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चहल पर टिप्पणी करने के कारण सोशल मीडिया पर घिरे युवराज सिंह

भारतीय टीम के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह सोशल मीडिया पर घिर गए हैं। युवराज ने रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम पर बात करते हुए युजवेंद्र चहल के संबंध में एक टिप्पणी की थी जिसके बाद अब सोशल मीडिया पर वह घिरे नजर आ रहे हैं। इस समय कोरोनावायरस के कारण क्रिकेट नहीं हो रहा है और इसी कारण तमाम खिलाड़ी इंस्टाग्राम पर सक्रिय हैं। रोहित से बात करते हुए युवराज ने चहल पर एक जातिगत टिप्पणी की थी। इस बातचीत के दौरान युवराज ने कहा था, "ये --- लोगों कोई काम नहीं है क्या युजी को.. युजी को देखा कैसा वीडियो डाला है।" रोहित ने इसका जबाव देते हुए कहा था, "मैंने उसको वही बोला की अपने बाप को नचा रहा है तू पागल तो नहीं है।" सोशल मीडिया यूजर्स ने इस वीडियो की क्लिप बनाई और इसे वायरल कर दिया। इसी के साथ एक हैशटैग चलाया युवराज माफी मांगो। यह हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है।

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फोटो : सोशल मीडिया

रैना बोले- धोनी ने इस साल अलग तरीके से आईपीएल की तैयारी की थी

भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने बताया कि पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस साल होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की एक अलग तरीके से तैयारी की थी। कोरोनावायरस महामारी के कारण आईपीएल अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित है। रैना आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हैं, जिसके धोनी कप्तान हैं। रैना और धोनी ने तीन मार्च से ही आईपीएल-13 की तैयारी शुरू कर दी थी, जिसका आयोजन 29 मार्च से होना था। रैना ने क्रिकेट कनेक्टेड कार्यक्रम में कहा, "पहले कुछ उन्होंने इसे हल्के में लिया और उन्होंने केवल जिम पर ही अपना ध्यान लगाए रखा। लेकिन वह काफी अच्छा शॉट खेल रहे थे और उनकी फिटनेस भी बहुत अच्छी थी। वह थक भी नहीं रहे थे।" उन्होंने कहा, " इस समय उनकी तैयारी काफी अलग थी। राष्ट्रीय टीम में मैं उनके साथ कई वर्षो तक खेला हूं। वह आईपीएल के लिए तैयार हो रहे थे। लेकिन इस बार समय अलग थी, इसलिए मुझे उम्मीद है कि मैच जल्द से जल्द शुरू हो।"

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फोटो: सोशल मीडिया

बंगाल क्रिकेट संघ ने खिलाड़ियों की आंखों की जांच को अनिवार्य किया

बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) ने कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों के हटने के बाद फिर से शिविर लगाने पर अंडर-23 और सीनियर टीम के खिलाड़ियों के लिए आंखों की जांच को अनिवार्य कर दिया है। यह पहली बार है जब घरेलू क्रिकेट में खिलाड़ियों की आंखों की जांच को अनिवार्य किया जाएगा। इसका फैसला कैब प्रशासन और बंगाल क्रिकेट टीम की कोचिंग इकाई के बीच चर्चा के दौरान हुआ। बैठक में यह बात उठी कि लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहने पर खिलाड़ियों की आंखों की क्षमता प्रभावित होती है। कैब के अध्यक्ष अविषेक डालमिया ने कहा, ‘आंखों की क्षमता और लचीलापन क्रिकेट में दो महत्वपूर्ण तत्व हैं। यही कारण है कि (मुख्य कोच) अरुण लाल ने सुझाव दिया कि परीक्षण को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए। अगर किसी के आंखों में समस्या हुई तो हम उसका समाधान कर सकते हैं।’

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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