अपराध

बंगाल में कांग्रेस पार्षद हत्या मामले में परिवार ने लगाया TMC नेता पर आरोप, धमकी का ऑडियो किया जारी

एक दिन पहले कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है और उसे 45 दिन में प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा है। इससे पहले बंगाल पुलिस की एसआईटी ने मामले में तपन कांदू के भाई नरेन कांदू और भतीजे दीपक कांदू सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया था।

फाइल फोटोः सोशल मीडिया
फाइल फोटोः सोशल मीडिया 

पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पार्षद तपन कांदू की हत्या के मामले में उनके परिजनों ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता पर आरोप लगाया है। साथ ही परिवार ने उसकी धमकी का एक ऑडियो क्लिप भी जारी किया है। तपन की पत्नी पूर्णिमा कांदू और भतीजे मिथुन कांदू ने एक स्थानीय तूणमूल नेता अमल कांदू की धमकी का ऑडियो क्लिप सार्वजनिक किया है।

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पूर्णिमा कांदू ने पत्रकारों से कहा है कि वह यह ऑडियो क्लिप सीबीआई को सौंपेंगी। इन आरोपों पर अमल कांदू ने बातचीत से इनकार नहीं किया है लेकिन उसका कहना है कि यह बातचीत हाल में हुए नगर निगम चुनावों से बहुत पहले हुई थी और इसका तपन की हत्या से कोई संबंध नहीं है।

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तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश सचिव और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी अमल का पक्ष लेते हुए कहा है कि सबसे पहले तो ऑडियो क्लिप की सत्यता की जांच होनी है। अगर यह क्लिप सही भी साबित हो गई तो इस बातचीत को हत्या से जोड़ना गलत है। राज्य पुलिस के विशेष जांच दल ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करके इस मामले को लगभग पूरी तरह सुलझा लिया था।

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विशेष जांच दल ने इस संबंध में तपन कांदू के भाई नरेन कांदू और भतीजे दीपक कांदू सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इसी बीच कलकत्ता हाईकोर्ट ने सोमवार को मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी और उसे 45 दिन के भीतर प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। हाईकोर्ट में पुरूलिया के पुलिस अधीक्षक एस सेल्वामुरुगन ने दावा किया था कि कांग्रेस पार्षद की हत्या पारिवारिक झगड़े का नतीजा है। उन्होंने साथ ही झालदा पुलिस थाने के प्रभारी संजीव घोष को भी क्लिन चिट दे दी थी।

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दरअसल पीड़ित की पत्नी पूर्णिमा कांदू ने पहले यह भी आरोप लगाया था कि झालदा थाना प्रभारी उसके पति पर कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में शामिल होने का दबाव दे रहा था। पूर्णिमा का यह भी कहना था कि संजीव घोष ने उसके पति को यह प्रलोभन दिया था कि अगर वह तृणमूल में शामिल हो गया तो उसे झालदा नगर निगम में उपाध्यक्ष बना दिया जाएगा।

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