
देश में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वालों में अक्टूबर में बेरोजगारी दर 5.2 प्रतिशत पर स्थिर रही। सोमवार को जारी एक सरकारी सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) द्वारा जारी आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के अनुसार, बेरोजगारी दर (यूआर) सितंबर में 5.2 प्रतिशत, अगस्त में 5.1 प्रतिशत, जुलाई में 5.2 प्रतिशत तथा मई और जून में 5.6 प्रतिशत थी। मई, 2025 में जारी प्रथम पीएलएफएस बुलेटिन के अनुसार, अप्रैल में बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत थी।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच बेरोजगारी दर सितंबर, 2025 और अक्टूबर, 2025 के बीच 5.2 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रही।’’
बयान के अनुसार, ग्रामीण बेरोजगारी दर में मामूली गिरावट आई है। यह सितंबर, 2025 के 4.6 प्रतिशत से अक्टूबर, 2025 में 4.4 प्रतिशत रह गई है। शहरी बेरोजगारी दर 6.8 प्रतिशत से बढ़कर 7.0 प्रतिशत हो गई है।
बयान में कहा गया कि 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं में बेरोजगारी दर सितंबर, 2025 के 5.5 प्रतिशत से घटकर अक्टूबर, 2025 में 5.4 प्रतिशत रह गई।
ग्रामीण महिलाओं के बीच बेरोजगारी दर में सितंबर, 2025 के 4.3 प्रतिशत से अक्टूबर, 2025 में 4.0 प्रतिशत तक की गिरावट की वजह से समग्र महिला बेरोजगारी दर में गिरावट आई।
पुरुषों में बेरोजगारी की दर पिछले महीने की तुलना में अक्टूबर, 2025 में 5.1 प्रतिशत पर स्थिर रही।
ग्रामीण पुरुषों में बेरोजगारी सितंबर, 2025 में 4.7 प्रतिशत से अक्टूबर, 2025 में 4.6 प्रतिशत तक थोड़ी कम हुई, जबकि शहरी पुरुषों में बेरोजगारी में 6.0 प्रतिशत से 6.1 प्रतिशत तक मामूली वृद्धि हुई, जिससे कुल बेरोजगारी स्थिर रही। अक्टूबर, 2025 में समग्र श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) 52.5 प्रतिशत था, जो जून, 2025 से लगातार बढ़ रहा है।
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स्थानीय शेयर बाजार में सोमवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में तेजी रही और दोनों मानक सूचकांक लाभ में रहे। बीएसई सेंसेक्स 388 अंक चढ़ा, जबकि एनएसई निफ्टी 26,000 अंक के पार बंद हुआ।
विशेषज्ञों के अनुसार, चौतरफा लिवाली और कंपनियों के मजबूत तिमाही नतीजों से बाजार में तेजी रही।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स लगातार छठे कारोबारी सत्र में बढ़त में रहा। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 388.17 अंक यानी 0.46 प्रतिशत चढ़कर 84,950.95 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 103.40 अंक यानी 0.40 प्रतिशत बढ़कर 26,013.45 अंक पर बंद हुआ। कारोबारियों ने कहा कि घरेलू संस्थागत निवेशकों की मजबूत लिवाली ने तेजी को बढ़ावा दिया।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार ने अपनी सकारात्मक गति बनाए रखी है और 26,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के आसपास बना हुआ है। इसका कारण निवेशकों को आगे की तेजी की उम्मीद है।’’
नायर ने कहा, ‘‘एक संभावित व्यापार समझौता महत्वपूर्ण संकेतक बना हुआ है जिस पर निवेशक बारीकी से नजर रख रहे हैं। वर्तमान में, जोखिम-लाभ अनुपात काफी हद तक अनुकूल है। इसे मझोली (मिडकैप) कंपनियों के दूसरी तिमाही की उम्मीद से बेहतर नतीजों से बल मिला है...।’’
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में इटर्नल, मारुति सुजुकी इंडिया, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, टाइटन, एचडीएफसी बैंक, पावरग्रिड, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फाइनेंस और लार्सन एंड टुब्रो प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
दूसरी ओर, नुकसान में रहने वाले शेयरों में टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, टाटा स्टील, अदाणी पोर्ट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं।
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अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया तीन पैसे बढ़कर 88.63 (अस्थायी) पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजारों में मजबूती के रुख और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण रुपये में मजबूती का रुख रहा।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने और विदेशी पूंजी की निकासी से रुपये पर दबाव पड़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया 88.70 पर खुला और इसने डॉलर के मुकाबले कारोबार के दौरान 88.56 के उच्चतम स्तर और 88.73 के निचले स्तर को छुआ।
कारोबार के अंत में रुपया डॉलर के मुकाबले 88.63 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद स्तर से तीन पैसे की बढ़त है।
शुक्रवार को, रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले चार पैसे बढ़कर 88.66 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.29 प्रतिशत बढ़कर 99.29 पर कारोबार कर रहा था।
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विदेशी बाजारों में मजबूत रुख के बीच सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 300 रुपये बढ़कर 1,29,700 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। बाजार सूत्रों ने यह जानकारी दी।
99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 300 रुपये बढ़कर 1,29,100 रुपये (सभी करों सहित) हो गई।
हालांकि, सोमवार को चांदी की कीमत 1,000 रुपये घटकर 1,63,800 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) रह गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में, हाजिर सोना 4,077.35 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रहा, जबकि हाजिर चांदी 0.66 प्रतिशत बढ़कर 50.89 डॉलर प्रति औंस पर बोली गई।
मिराए एसेट शेयरखान के जिंस प्रमुख प्रवीण सिंह ने कहा, ‘‘मज़बूत डॉलर के कारण हाजिर सोना फिलहाल स्थिर कारोबार कर रहा है, जबकि ताइवान पर चीन की टिप्पणियों को लेकर चीन-जापान तनाव गिरावट को कम कर रहा है।’’
ऑग्मोंट की शोध प्रमुख रेनिशा चैनानी ने कहा, ‘‘पिछले हफ़्ते बाज़ार में हुई भारी बिकवाली, जो अमेरिकी फेडरल रिज़र्व के अधिकारियों की आक्रामक टिप्पणियों के कारण हुई थी, जिससे दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कम हो गई थीं, के कारण सोने की कीमतों में 2.5 प्रतिशत और चांदी की कीमतों में 5.5 प्रतिशत की गिरावट आई।’’
चैनानी ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व दिसंबर में ब्याज दरों को अपरिवर्तित बनाए रखने के लिए ‘शटडाउन’ का हवाला दे रहा है।
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