अर्थतंत्र

अर्थजगतः महाकुंभ से होटल इंडस्ट्री को मिला बूस्ट और सुले ने महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र की मांग की

भारतीय शेयर बाजार बुधवार को लगातार दूसरे दिन हरे निशान में बंद हुआ। सेंसेक्स 631.55 अंक और निफ्टी 205.85 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। देश की बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी का अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में मुनाफा 16 प्रतिशत बढ़कर 3,727 करोड़ रुपये रहा।

महाकुंभ से होटल इंडस्ट्री को मिला बूस्ट और सुले ने महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र की मांग की
महाकुंभ से होटल इंडस्ट्री को मिला बूस्ट और सुले ने महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र की मांग की फोटोः IANS

सुले ने महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र की मांग की

एनसीपी (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने नीति आयोग की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बुधवार को राजकोषीय मोर्चे पर महाराष्ट्र का प्रदर्शन खराब रहने का आरोप लगाया और राज्य की अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत पत्र लाने की मांग की। सुले ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट महाराष्ट्र में वित्तीय कुप्रबंधन को दर्शाती है और इसमें सामाजिक एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों को लेकर चिंता जताई गई है। सुले ने कहा, "सरकार को राज्य की अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। यह रिपोर्ट स्पष्ट कुप्रबंधन दिखाती है और सामाजिक एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों के बारे में चिंता बढ़ाती है।"

सुले ने कहा कि महाराष्ट्र में राजस्व संग्रह उच्च स्तर और जीएसटी संग्रह रिकॉर्ड स्तर पर होने के बावजूद इसकी राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक रैंकिंग गिरकर छठे स्थान पर आ गई है। वर्ष 2022 में महाराष्ट्र चौथे स्थान पर था। उन्होंने दावा किया कि नीति रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र ने कारोबारी सुगमता के मोर्चे पर भी खराब प्रदर्शन किया है। सुले ने समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने के लिए राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल के विश्व आर्थिक मंच की बैठक में भाग लेने के लिए दावोस जाने के औचित्य को भी लेकर सवाल उठाए।

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महाकुंभ से होटल और एयरलाइन इंडस्ट्री को मिला बूस्ट

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले से होटल और एयरलाइन इंडस्ट्री को बड़ा बूस्ट मिल रहा है। यह टाटा समूह की कंपनी इंडियन होटल्स की सहायक कंपनी बनारस होटल्स जैसी कंपनियों की शेयर कीमतों में वृद्धि में भी दिख रहा है। बीते एक महीने में बनारस होटल्स लिमिटेड के शेयर में 22 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई है। बुधवार को शेयर 10,062 रुपये पर था। शेयर में तेजी ऐसे समय पर आई है, जब भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का क्रम देखा जा रहा है। सेंसेक्स में बीते एक महीने में 2.28 प्रतिशत की कमजोरी आई है।

बनारस होटल्स लिमिटेड वाराणसी में ताज गंगा और ताज नदेसर पैलेस और महाराष्ट्र के गोंदिया में जिंजर होटल का संचालन करती है। इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) बनारस होटल्स की होल्डिंग कंपनी है। बनारस होटल्स का मुनाफा अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत बढ़कर 13.6 करोड़ रुपये हो गया है। इस दौरान कंपनी की आय सालाना आधार पर 16.2 प्रतिशत बढ़कर 40.1 करोड़ रुपये हो गई है। कंपनी के अनुसार, कुंभ मेले और क्षेत्र में संबंधित यात्राओं से घरेलू मांग में वृद्धि हुई है और आय बढ़ने की उम्मीद है।

एयरलाइन भी एक ऐसा सेगमेंट है, जिसे इस महाकुंभ मेले से फायदा मिल रहा है। प्रमुख शहरों से प्रयागराज का हवाई किराया आसमान छू रहा है। जहां दिल्ली से प्रयागराज की उड़ानों के लिए टिकट की कीमत 5,000 रुपये से बढ़कर 20,000 रुपये या उससे अधिक हो गई है। वहीं, मुंबई से प्रयागराज की उड़ानों के लिए टिकट की कीमत 20,000 रुपये से 56,000 रुपये के बीच है। हैदराबाद से प्रयागराज के लिए सीधी उड़ानें फरवरी के अंतिम सप्ताह तक पूरी तरह से बुक हो गई हैं, जिस कारण यात्रियों को कनेक्टिंग उड़ानों का सहारा लेना पड़ रहा है। हैदराबाद से सबसे तेज फ्लाइट वाया मुंबई (एक घंटे के ठहराव के साथ) में पांच घंटे लगते हैं और 29 जनवरी के लिए इसकी कीमत 28,901 रुपये है। एक दिन बाद 30 जनवरी को उसी उड़ान की कीमत 36,901 रुपये है।

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शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन हरे निशान में हुआ बंद

भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में हरे निशान में बंद हुआ। बाजार में चौतरफा खरीदारी देखी गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 631.55 अंक या 0.83 प्रतिशत की तेजी के साथ 76,532.96 और निफ्टी 205.85 अंक या 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,163.10 पर बंद हुआ। कारोबारी सत्र में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में बड़ी खरीदारी देखने को मिली, जो निवेशकों के तेजी के रुझान को दिखाता है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,189.40 अंक या 2.31 प्रतिशत की तेजी के साथ 52,718.85 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 532.05 या 3.32 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,540 पर बंद हुआ।

ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फाइनेंसियल सर्विसेज और फार्मा समेत सभी इंडेक्सों में खरीदारी देखी गई। केवल एफएमसीजी इंडेक्स ही लाल निशान में बंद हुआ। व्यापक बाजार में तेजी का रुझान था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 2,979 शेयर हरे निशान में और 1,009 शेयर लाल निशान में और 94 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए। शेयर बाजार में तेजी के कारण बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का मार्केटकैप करीब 10 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 416 लाख करोड़ रुपये हो गया है। सेंसेक्स पैक में जोमैटो, टाटा मोटर्स, इन्फोसिस, अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा, एमएंडएम, बजाज फाइनेंस, अदाणी पोर्ट्स, सन फार्मा और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप गेनर्स थे। भारती एयरटेल, मारुति सुजुकी, एशियन पेंट्स, आईटीसी, एक्सिस बैंक और एचयूएल टॉप लूजर्स थे।

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मारुति सुजुकी की बिक्री तीसरी तिमाही में 16 प्रतिशत बढ़ी

देश की बड़ी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी मारुति सुजुकी ने बुधवार को वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के नतीजे पेश किए। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 16 प्रतिशत बढ़कर 3,727 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,206.8 करोड़ रुपये था। अधिक बिक्री के कारण कंपनी की ऑपरेशंस से आय सालाना आधार पर 15.7 प्रतिशत बढ़कर 38,764.3 करोड़ रुपये हो गई है। यह आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 33,512.8 करोड़ रुपये था। दिसंबर तिमाही में कंपनी का खर्च सालाना आधार पर 16 प्रतिशत बढ़कर 35,163 करोड़ रुपये हो गया है।

स्टैंडअलोन आधार पर कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले वर्ष की समान तिमाही के आंकड़े 3,130 करोड़ रुपये से 13 प्रतिशत बढ़कर 3,525 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में कंपनी का एबिटा सालाना आधार पर 14.4 प्रतिशत बढ़कर 4,470.3 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,907.9 करोड़ रुपये था। कंपनी का एबिटा मार्जिन 11.6 प्रतिशत पर करीब सपाट रहा है। कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसने 36,802 करोड़ रुपये की अब तक की सर्वाधिक शुद्ध बिक्री दर्ज की, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही के आंकड़े 31,860 करोड़ रुपये से अधिक है।

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भारत की अर्थव्यवस्था 2025-26 में 6.9 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान: रिपोर्ट

भारतीय कॉरपोरेट कंपनियां अर्थव्यवस्था की विकास दर को लेकर आशावादी हैं और सरकार से उम्मीद कर रही हैं कि आम बजट 2025-26 में पूंजीगत व्यय सरकारी नीतियों के केंद्र में रहेगा। यह जानकारी बिजनेस चैम्बर फिक्की द्वारा जारी किए गए सर्वे में दी गई। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के प्री-बजट सर्वे में बताया गया कि केंद्रीय बजट से पहले 64 प्रतिशत कंपनियां भारत की विकास दर को लेकर आशावादी हैं। सर्वे में भाग देने वाली करीब 60 प्रतिशत कंपनियों का मानना है कि वित्त वर्ष 2025-26 में जीडीपी की विकास दर 6.5 से 6.9 प्रतिशत के बीच रह सकती है। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2023-24 की उच्च विकास दर 8 प्रतिशत से काफी कम है। इसकी वजह बाहरी कारकों के कारण लगातार प्रतिकूल परिस्थितियों का होना है।

सर्वे में 68 प्रतिशत कंपनियों ने विकास की गति को बनाए रखने के लिए पूंजीगत व्यय को जरूरी बताया। भारतीय इंडस्ट्री के सदस्यों द्वारा वित्त वर्ष 2025-26 के लिए कैपेक्स आवंटन में कम से कम 15 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। सर्वे में भाग लेने वाली आधे से अधिक कंपनियों का मानना है कि व्यापार में आसानी बढ़ाने के लिए सुधारों पर अधिक जोर होना चाहिए और उत्पाद बढ़ाने के लिए जरूरी जैसे भूमि अधिग्रहण, श्रम नियम और बिजली आपूर्ति जैसे क्षेत्रों में सुधारों को आगे बढ़ाना चाहिए। सर्वे में कहा गया है कि जैसा कि पिछले साल के केंद्रीय बजट ने अगली पीढ़ी के सुधारों पर एक रोड मैप का संकेत दिया था। इंडस्ट्री के सदस्य इस पर आगे के मार्गदर्शन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

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