कैबिनेट इस हफ्ते केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) में बढ़ोतरी को मंजूरी दे सकती है। यह जानकारी सरकारी कर्मचारी संघ मंचों के सदस्यों द्वारा दी गई।
डीए और डीआर में संशोधन कैबिनेट के एजेंडे में होने की संभावना है। डीए और डीआर में होने वाली दो अर्धवार्षिक बढ़ोतरी में से एक की घोषणा आमतौर पर मार्च में की जाती है, जबकि दूसरी की घोषणा दिवाली से पहले अक्टूबर में की जाती है।
केंद्रीय सरकारी कर्मचारी एवं श्रमिक परिसंघ के अध्यक्ष रूपक सरकार ने कहा,"कैबिनेट की अगली बैठक में वेतन वृद्धि की घोषणा होने की उम्मीद है।"
उन्होंने कहा कि डीए में वृद्धि संभवतः 2 प्रतिशत होगी। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कम बढ़ोतरी होने की संभावना है। अक्टूबर में डीए में 3 प्रतिशत तथा मार्च में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
पिछले साल अक्टूबर में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ डीए बढ़कर आधार वेतन का 53 प्रतिशत हो गया था। अगर डीए में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है तो यह आधार वेतन का 55 प्रतिशत हो जाएगा।
सरकार की ओर से इस साल जनवरी में आठवें वेतन आयोग को मंजूरी दी गई है। इससे केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी होगी।
आयोग का औपचारिक गठन जल्द ही होने की उम्मीद है, जिसमें एक अध्यक्ष और कम से कम दो सदस्यों की नियुक्ति होगी। हालांकि डीए और डीआर को द्विवार्षिक आधार पर संशोधित किया जाना जारी रहेगा, लेकिन आयोग द्वारा विभिन्न पक्षकारों के साथ विचार-विमर्श शुरू करने से पहले यह संभवतः अंतिम संशोधन होगा।
कर्मचारी मंचों ने अगले वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू होने से पहले दोनों घटकों को मूल वेतन के साथ समामेलित करने की भी मांग की है। 5वें वेतन आयोग के तहत नियम यह था कि जब मुख्य भत्ता 50 प्रतिशत से अधिक हो जाए तो मूल वेतन को डीए के साथ मिला दिया जाए। सरकार ने 2004 में डीए को मूल वेतन के साथ एकीकृत कर दिया था। हालांकि, बाद के 6वें और 7वें वेतन आयोगों के तहत इस प्रैक्टिस को बंद कर दिया गया था।
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मुंबई, 10 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए सोमवार का कारोबारी सत्र नुकसान वाला रहा। बाजार के करीब सभी सूचकांक लाल निशान में बंद हुए हैं। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 217.41 अंक या 0.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ 74,115.17 और निफ्टी 92.20 अंक या 0.41 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 22,460.30 पर था।
लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप में बड़ी गिरावट हुई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 750.50 अंक या 1.53 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 48,440.10 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 306.15 अंक या 1.97 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,198.15 पर था।
सेक्टोरल आधार पर ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, रियल्टी, एनर्जी, इन्फ्रा,कमोडिटी और मीडिया इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं। केवल एफएमसीजी इंडेक्स ही हरे निशान में बंद हुआ है।
सेंसेक्स पैक में पावर ग्रिड, एचयूएल, इन्फोसिस, नेस्ले, एशियन पेंट्स, आईटीसी, सन फार्मा और आईसीआईसीआई बैंक टॉप गेनर्स थे। इंडसइंड बैंक, जोमैटो, एलएंडटी, टाइटन, बजाज फाइनेंस, एमएंडएम, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टेक महिंद्रा टॉप लूजर्स थे।
व्यापक स्तर पर शेयर बाजार में गिरावट का रुझान था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,204 शेयर हरे निशान में, 2,879 शेयर लाल निशान में और 146 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए।
आशिका इंस्टीट्यूशनल इक्विटी के तकनीकी और डेरिवेटिव विश्लेषक, सुंदर केवट ने कहा कि निफ्टी ने कारोबारी सत्र की शुरुआत सकारात्मक की और 22,521 पर खुला और 22,676 का इंट्राडे हाई बनाया। हालांकि, सूचकांक उच्च स्तर पर टिकने में विफल रहा और कारोबारी सत्र के दूसरे भाग में तेज बिकवाली देखी गई। गिरावट में निफ्टी 22,471 के इंट्राडे निचले स्तर पर पहुंच गया, जो प्रमुख क्षेत्रों में बिकवाली के दबाव को दर्शाता है।
सुबह करीब 9.30 बजे, सेंसेक्स 125.06 अंक या 0.17 प्रतिशत बढ़कर 74,457.64 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 39.35 अंक या 0.17 प्रतिशत बढ़कर 22,591.85 पर कारोबार कर रहा था।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 7 मार्च को अपनी बिकवाली जारी रखी और 2,035.10 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 2,320.36 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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सोने में सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। विदेशी बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 150 रुपये की गिरावट के साथ 88,750 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी।
राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना शुक्रवार को 88,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
वहीं 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 150 रुपये की गिरावट के साथ 88,350 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा जो पिछले कारोबारी सत्र में 88,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
चार सत्रों की तेजी के बाद चांदी की कीमत भी 250 रुपये की गिरावट के साथ 99,250 रुपये प्रति किग्रा रह गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अप्रैल डिलिवरी वाले कॉमेक्स सोना वायदा का भाव 0.32 प्रतिशत गिरकर 2,904.80 डॉलर प्रति औंस रह गया। इस बीच, हाजिर सोना भी 0.13 प्रतिशत गिरकर 2,905.31 डॉलर प्रति औंस रह गया।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के उपाध्यक्ष-जिंस राहुल कलंत्री ने कहा, ‘‘अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में उछाल के कारण सोने और चांदी में हाल के उच्चस्तर से लाभ हुआ। मेक्सिको पर शुल्क को एक महीने तक टालने के अमेरिकी प्रशासन के फैसले ने सतर्क भावना को और बढ़ा दिया। हालांकि, कमजोर डॉलर ने सोने और चांदी को संभलने में मदद की। मई डिलिवरी के लिए चांदी वायदा 32.80 डॉलर प्रति औंस पर कम कारोबार कर रहा था।
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दुनिया भर में शुल्क को लेकर अनिश्चितताओं के जारी रहने और विदेशी कोषों के निरंतर निकासी के बीच कच्चे तेल की अस्थिर कीमतों के कारण सोमवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 38 पैसे की गिरावट के साथ 87.33 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कमजोर अमेरिकी मुद्रा रुपये का समर्थन करने में विफल रही क्योंकि स्थानीय शेयर बाजार में बिकवाली से कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.24 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला और तीव्र अस्थिरता के बीच दिन के निचले स्तर 87.36 प्रति डॉलर को छू गया। कारोबार के दौरान 87.16 प्रति डॉलर के उच्चस्तर को छूने के बाद अंत में यह 87.33 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 38 पैसे की गिरावट है।
इससे पहले पांच फरवरी को डॉलर के मुकाबले रुपये में 39 पैसे की बड़ी गिरावट दर्ज हुई थी।
शुक्रवार को रुपया 17 पैसे बढ़कर 86.95 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.15 प्रतिशत घटकर 103.65 पर रहा।
वायदा कारोबार में वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.28 प्रतिशत बढ़कर 70.56 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 217.41 अंक फिसलकर 74,115.17 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 92.20 अंक घटकर 22,460.30 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 2,035.10 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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