अर्थतंत्र

अर्थजगतः TCS ने पुणे में 2500 स्टाफ को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया और मुंबई, पुणे में घरों की बिक्री घटी

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क 500 अरब डॉलर की नेट वर्थ का आंकड़ा छूने वाले दुनिया के पहले व्यक्ति बन गए हैं। उनकी संपत्ति में बढ़त की वजह टेस्ला और स्वामित्व वाली अन्य कंपनियों के वैल्यूएशन में इजाफा होना है।

TCS ने पुणे में 2500 स्टाफ को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया और मुंबई, पुणे में घरों की बिक्री घटी
TCS ने पुणे में 2500 स्टाफ को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया और मुंबई, पुणे में घरों की बिक्री घटी फोटोः IANS

TCS ने पुणे में 2,500 स्टाफ को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया

नैसेंट आईटी एम्प्लॉइज सीनेट (एनआईटीईएस) ने टाटा ग्रुप की आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) पर आरोप लगाया है कि कंपनी पुणे में करीब 2,500 कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर रही है। एनआईटीईएस एक फोरम है, जो कि आईटी सेक्टर के कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करती है। यह आरोप एनआईटीईएस के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह सलूजा द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे गए पत्र में लगाया गया है, जिसमें प्रभावित कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है। एनआईटीईएस के अनुसार, केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने महाराष्ट्र के श्रम सचिव से इस मामले की जांच करने को कहा है। हालांकि, सलूजा ने कहा कि जमीनी स्तर पर स्थिति और भी खराब हो गई है, हाल के हफ्तों में पुणे में हजारों कर्मचारियों को कथित तौर पर अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।

एनआईटीईएस ने दावा किया कि इनमें से कई कर्मचारी मध्यम से वरिष्ठ स्तर के पेशेवर हैं, जिन्होंने टीसीएस में 10 से 20 साल बिताए हैं, और ज्यादातर की उम्र 40 साल से अधिक है। एनआईटीईएस ने कहा कि मौजूदा बाजार में नई नौकरियां ढूंढ़ना उनके लिए बेहद मुश्किल है, क्योंकि उनके पास होम लोन, स्कूल की फीस और बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल जैसी वित्तीय जिम्मेदारियां हैं। फोरम ने आगे आरोप लगाया कि ये बर्खास्तगी औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 का उल्लंघन है, क्योंकि कंपनी ने सरकार को इसकी सूचना नहीं दी थी। इसमें दावा किया गया कि टीसीएस ने छंटनी मुआवजा नहीं दिया है और कर्मचारियों पर "स्वैच्छिक इस्तीफा" देने का दबाव डाला जा रहा है।

एनआईटीईएस ने कहा कि यह संकट सिर्फ संख्या का नहीं है, बल्कि उन परिवारों का भी है जिनके बच्चों की शिक्षा, घरेलू स्थिरता और वित्तीय सुरक्षा अब खतरे में है। हालांकि, टीसीएस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। एक बयान में, कंपनी ने कहा, "यहां साझा की गई जानकारी गलत और शरारतपूर्ण है। हमारे संगठन में कौशल को पुनर्गठित करने की हमारी हालिया पहल से केवल सीमित संख्या में कर्मचारी प्रभावित हुए हैं।" कंपनी ने आगे कहा कि प्रभावित लोगों को उचित देखभाल और सेवानिवृत्ति लाभ प्रदान किए गए हैं। जून में, टीसीएस ने अपने वैश्विक कार्यबल में लगभग 2 प्रतिशत की कटौती करने की योजना की घोषणा की थी, जो लगभग 12,261 नौकरियां शामिल थीं, जिनमें से अधिकांश मध्यम और वरिष्ठ स्तर पर थीं। इस स्थिति को कई परिवारों के लिए "सबसे कठिन समय" बताते हुए, एनआईटीईएस ने मुख्यमंत्री फडणवीस से हस्तक्षेप करने, कथित अवैध बर्खास्तगी को रोकने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि सभी कर्मचारियों को कानून के तहत उनके उचित लाभ मिलें।

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मुंबई, पुणे में घरों की बिक्री सितंबर तिमाही में 17 प्रतिशत घटी

मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर) और पुणे में जुलाई-सितंबर की अवधि में घरों की बिक्री 17 प्रतिशत घटकर 49,542 इकाई रह गई। प्रॉपइक्विटी की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।1रियल एस्टेट डाटा एनालिटिक्स कंपनी के मुताबिक, घरों की बिक्री में गिरावट मकानों की कीमतों में तेज उछाल और मांग में कमी की वजह से आई है। पिछले साल की समान अवधि में एमएमआर और पुणे में कुल 59,816 घरों की बिक्री हुई थी।

रिपोर्ट के मुताबिक, एमएमआर के ठाणे में घरों की बिक्री में सबसे ज्यादा 28 प्रतिशत की गिरावट आई और बिक्री घटकर 14,877 इकाई रह गई। एक साल पहले यहां 20,620 इकाइयों की बिक्री हुई थी। मुंबई शहर में बिक्री आठ प्रतिशत घटकर 9,691 इकाई रह गई जबकि नवी मुंबई में बिक्री छह प्रतिशत घटकर 7,212 इकाई पर आ गई। पुणे में भी आवास बिक्री 16 प्रतिशत घटकर 17,762 इकाई रह गई जो पिछले साल की समान तिमाही में 21,066 इकाई थी। रियल एस्टेट संगठन क्रेडाई-एमसीएचआई ने घरों की बिक्री कम होने पर कहा कि सितंबर तिमाही में आई यह गिरावट चिंता का विषय नहीं है और त्योहारों में मांग बढ़ने की संभावना है।

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सेबी ने नुवामा के म्यूचुअल फंड में प्रवेश को मंजूरी दी

वित्तीय सेवा कंपनी नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड को अपने प्रस्तावित म्यूचुअल फंड व्यवसाय की स्थापना के लिए बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से मंजूरी मिल गई है। शेयर बाजार को दी गई जानकारी में नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट ने बताया, ‘‘ सेबी ने एक अक्टूबर 2025 को पत्र के माध्यम से कंपनी को प्रायोजक के रूप में कार्य करने और प्रस्तावित नुवामा म्यूचुअल फंड की स्थापना करने की मंजूरी दे दी है।’’

नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट को इससे विशेष निवेश फंड श्रेणी सहित म्यूचुअल फंड के अंतर्गत योजनाएं शुरू करने में मदद मिलेगी। म्यूचुअल फंड के पंजीकरण के लिए अंतिम मंजूरी सेबी द्वारा दी जाएगी, बशर्ते कंपनी कुछ आवश्यकताओं को पूरा करे। कंपनी ने शेयर बाजार को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को आवेदन करने के बारे में जनवरी में सूचित किया था, जिसमें नुवामा म्यूचुअल फंड के प्रायोजक के रूप में कार्य करने की मंजूरी मांगी गई थी।

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तेल मंत्रालय ने BPCL के शीर्ष पद के लिए आवेदन किए आमंत्रित

तेल मंत्रालय ने भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। शीर्ष पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार की पहचान करने के लिए एक खोज-सह-चयन समिति का गठन करने के छह महीने बाद यह कदम उठाया गया है। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर दी जानकारी में कहा कि भारत की दूसरी सबसे बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की रिफाइनरी में शीर्ष पद के लिए 21 अक्टूबर तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इसमें कहा गया, ‘‘ चयन खोज-सह-चयन समिति के माध्यम से किया जाएगा।’’

सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में निदेशक मंडल स्तर की नियुक्तियां आमतौर पर सरकारी सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) की सिफारिशों के आधार पर की जाती हैं। पीईएसबी आमतौर पर महीनों पहले रिक्तियों का विज्ञापन देता है चुने गए उम्मीदवारों के साक्षात्कार लेता है और अपनी सिफारिशें सरकार को भेजता है। अंतिम नियुक्ति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति द्वारा उचित जांच के बाद की जाती है।

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दुनिया में 500 अरब डॉलर की संपत्ति वाले पहले पहले व्यक्ति बने मस्क

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क 500 अरब डॉलर की नेट वर्थ का आंकड़ा छूने वाले दुनिया के पहले व्यक्ति बन गए हैं। उनकी संपत्ति में बढ़त की वजह टेस्ला और स्वामित्व वाली अन्य कंपनियों के वैल्यूएशन में इजाफा होना है। फोर्ब्स की बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक, मस्क की संपत्ति बुधवार को शाम 4:15 पर (अमेरिकी समय के अनुसार) 500.1 अरब डॉलर थी। हालांकि, शेयरों की कीमत में उतार-चढ़ाव के चलते फिलहाल उनकी संपत्ति 499.1 अरब डॉलर हो गई है। मस्क की संपत्ति सीधे तौर पर टेस्ला के शेयर से जुड़ी हुई है। 15 सितंबर तक कंपनी में उनकी हिस्सेदारी करीब 12.4 प्रतिशत थी। टेस्ला के शेयरों में 2025 में अब तक 14 प्रतिशत से अधिक चढ़ चुके हैं। आखिरी कारोबारी सत्र में भी मस्क के नेतृत्व वाली इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी के शेयर में 3.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ, जिससे उनकी संपत्ति 8 अरब डॉलर से अधिक बढ़ी।

टेस्ला के शेयर में तेजी की वजह, व्हाइट हाउस के कार्यों में समय बिताने के बाद मस्क की ओर से कंपनी पर फिर से फोकस करना है। बीते महीने टेस्ला बोर्ड के अध्यक्ष रोबिन डेनहोम ने कहा था कि व्हाइट हाउस को महीनों देने के बाद मस्क फिर से टेस्ला को पूरा समय दे रहे हैं। इसके कुछ समय बाद मस्क ने टेस्ला के एक अरब डॉलर के शेयर खरीदने का ऐलान किया था, जिससे निवेशकों का विश्वास फिर से कंपनी पर और बढ़ा। मस्क के एआई स्टार्टअप एक्सएआई और अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स ने इस साल अपने मूल्यांकन में बढ़ोतरी देखी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, जुलाई तक एक्सएआई का मूल्यांकन 75 अरब डॉलर था। वहीं, स्पेस एक्स की वैल्यूएशन करीब 400 अरब डॉलर पहुंच गई है। फोर्ब्स की बिलेनियर इंडेक्स में मस्क के बाद लैरी एलिसन का नाम आता है और उनकी संपत्ति करीब 350 अरब डॉलर डॉलर है, जो कि मस्क से करीब 150 अरब डॉलर कम है।

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