अर्थतंत्र

आर्थिक मंदी पर नारायणमूर्ति ने सरकार को दी सलाह, ‘आर्थिक नीतियां लोकलुभावन कम, एक्सपर्ट आधारित ज्यादा हो’

आईटी कंपनी इन्‍फोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति ने कहा कि तिरंगा लेकर मेरा भारत महान, जय हो बोलना आसान है लेकिन मूल्यों का पालन करना मुश्किल है। हमें राज्य, धर्म और जाति से ऊपर उठकर पहले भारतीय बनना चाहिए।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

देश में आर्थिक मंदी जैसे हालात बन रहे हैं। इस बीच गोरखपुर में देश की दिग्‍गज आईटी कंपनी इन्‍फोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति ने मोदी सरकार को नसीहत दी है कि उसे उद्यमियों की राह की बाधाएं हटानी होंगी ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में रोजगार पैदा हो सकें। उन्होंने आगे कहा कि हमारी आर्थिक नीतियां लोकलुभावन कम और विशेषज्ञता आधारित ज्यादा होनी चाहिए।

Published: 23 Aug 2019, 2:59 PM IST

उन्होंने कहा, “हमें निजी हितों से आगे देश हित को रखना होगा। हमें लगातार उन देशों से तुलना करनी होगी जो हमसे बेहतर हैं। हमें ऐसे देशों से सीखना होगा।”

नारायणमूर्ति गोरखपुर मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि जब भारत को अपने आइने की नजर से देखता हूं तो दो तस्वीरें सामने आती है। एक तरफ अर्थव्यवस्था और दूसरी ओर भुखमरी, कुपोषण, भ्रष्ट्राचार और पीने का पानी का अभाव दिखाई देता है। उन्होंने आगे कहा कि युवाओं को तय करना है कि उन्हें कैसा भारत चाहिए।

Published: 23 Aug 2019, 2:59 PM IST

उन्होंने आगे कहा, “राष्ट्रीय ध्वज लेकर मेरा भारत महान और जय हो के नारे लगाना आसान है, लेकिन अपने संस्कारों का निर्वहन काफी मुश्किल होता है। हर भारतीय से उसका सर्वश्रेष्ठ बाहर निकलवाना ही असली देशभक्ति है। हमें खुद को पहले भारतीय के रूप में पहचानना होगा और राज्यों, धर्म और जाति से ऊपर उठना होगा”

Published: 23 Aug 2019, 2:59 PM IST

बता दें कि मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बतौर विशिष्ठ अतिथि के तौर पर इंफोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति ने शिरकत की। नारायणमूर्ति जिस वक्त मंच से अपना संबोधन दे रहे थे, उस वक्त वहां सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थीं। वही यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में एन नारायणमूर्ति को डॉक्टरेट की डिग्री से भी नवाजा गया।

Published: 23 Aug 2019, 2:59 PM IST

गौरतलब है कि नारायणमूर्ति की अर्थव्यवस्था को लेकर नसीहत उस समय आई है जब देश में आर्थिक मंदी जैसे हालात बन रहे हैं। एक ओर टेक्सटाइल कंपनियों से करीब 50 लाख नौकरी खत्म हो गयी तो दूसरी ओर देश की सबसे बड़ी बिस्किट निर्माता कंपनी पारले प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड अपने यहां से 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने के लिए मजबूर है। कंपनी का कहना है कि उसे जीएसटी की वजह से घाटा का सामना करना पड़ रहा है।

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Published: 23 Aug 2019, 2:59 PM IST

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Published: 23 Aug 2019, 2:59 PM IST