मनोरंजन

अरशद वारसी ने 'झलक दिखला जा' में शेयर किए संघर्ष भरे दिन, बहुत कम उम्र में हो गए थे अनाथ

अरशद ने कहा, ''मैंने खुद को बड़ा किया, बिंदुओं को जोड़कर और जीवन के माध्यम से अपने तरीके से लड़ते हुए। यह आसान जीवन नहीं था और आप जानते हैं, मैं जीवन को एक अलग दृष्टिकोण से देखता हूं। अगर मेरा जीवन आसान होता, तो मुझे इसका आनंद नहीं मिलता।''

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

एक्टर अरशद वारसी ने अपने बचपन के दिनों में लगातार घर बदलने और कम उम्र में अपने माता-पिता को खोने की घटना को याद करते हुए कहा कि यह उनके लिए आसान जीवन नहीं था। अरशद, जो वर्तमान में शो 'झलक दिखला जा' में जज के रूप में नजर आ रहे हैं, का जन्म म्यूजिशियन अहमद अली खान के घर मुंबई में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा महाराष्ट्र के नासिक के एक बोर्डिंग स्कूल में की।

Published: undefined

वह बहुत कम उम्र में अनाथ हो गए थे और अपने शुरुआती दिनों में उन्हें मुंबई में जीवनयापन के लिए संघर्ष करना पड़ा था। अपने सफर को याद करते हुए अरशद ने कहा, ''हमारी स्थिति बड़ी अजीब थी। एक दौर था जब मैं बोर्डिंग स्कूल जाता था और जब लौटता था तो हम उस घर से शिफ्ट हो जाते थे। मैं बहुत छोटा था, लगभग 10-12 साल का। मुझे नहीं पता था कि क्या हो रहा है।''

'जो भेजी थी दुआ' गाने पर पहलवान संगीता फोगाट की परफॉर्मेंस देखकर एक्टर भावुक हो गए।

Published: undefined

एक्टर ने कहा, ''हमें हमेशा कहानियां सुनाई जाती थीं कि वहां कुछ रिनोवेशन चल रहा है, और हम यहां कुछ दिन रुकेंगे, फिर वापस चले जाएंगे। मैं बार-बार जाता और हर बार घर छोटा होता जाता। यह मूलतः कठिनाइयों का एक साइकिल था जो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था। जब मैं लगभग 16-17 साल का था, तब मेरे माता-पिता का निधन हो गया।''

Published: undefined

अरशद ने कहा, ''मैंने खुद को बड़ा किया, बिंदुओं को जोड़कर और जीवन के माध्यम से अपने तरीके से लड़ते हुए। यह आसान जीवन नहीं था और आप जानते हैं, मैं जीवन को एक अलग दृष्टिकोण से देखता हूं। अगर मेरा जीवन आसान होता, तो मुझे इसका आनंद नहीं मिलता।''

'झलक दिखला जा' सोनी पर प्रसारित होता है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined