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भूपेश बघेल ने पत्रकार चंद्राकर की हत्या के लेकर सरकार पर उठाए सवाल, कहा- जो भ्रष्टाचार उजागर करेगा, वह नहीं है सुरक्षित

उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "विधानसभा में यह मामला उठाया गया था कि एक पुल का बिना टेंडर और बिना स्वीकृति के निर्माण कर दिया गया। इसके बाद ईडी ने नोटिस दिया। वह लोग शुक्रवार को ईडी कार्यालय गए थे।"

भूपेश बघेल ने मुकेश चंद्राकर की हत्या के लेकर सरकार पर उठाए सवाल
भूपेश बघेल ने मुकेश चंद्राकर की हत्या के लेकर सरकार पर उठाए सवाल फोटोः IANS

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर उनके शव को एक सेप्टिक टैंक में छुपा दिया गया था। इस घटना के बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने राज्य की बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।

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उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "विधानसभा में यह मामला उठाया गया था कि एक पुल का बिना टेंडर और बिना स्वीकृति के निर्माण कर दिया गया। इसके बाद ईडी ने नोटिस दिया। वह लोग शुक्रवार को ईडी कार्यालय गए थे। पांच दिन पहले मुकेश चंद्राकर ने इस विषय पर खबर छापी थी। इसके बाद इसके तीसरे या चौथे दिन उनकी हत्या हो गई। उनकी हत्‍या कर शव को टंकी में डाल दिया गया। विजय चंद्राकर को मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं।"

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उन्होंने आगे कहा, " मैं जब भी विजयपुर गया, उनसे बहुत बार मुलाकात की। वह साहसी पत्रकार था। वह अंदरूनी हिस्से में जाकर खबर ले आते थे। याद कीजिए जब हमारे कोबरा बटालियन के कमांडो का अपहरण हुआ था, तो उस मामले में मध्यस्थता कराने में उन्होंने बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी। वह कमांडो को छुड़वाकर लाए थे। वह बहुत बड़े देशभक्त थे। वह समाज की सेवा कर रहे थे। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया। मैं इतना कहना चाहूंगा कि जो भी व्यक्ति यहां भ्रष्टाचार को उजागर करेगा, वह सुरक्षित नहीं है।"

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इसके बाद उन्होंने मुकेश चंद्राकर के हत्यारोपियों का संबंध कांग्रेस से होने के आरोपों पर कहा, "भारतीय जनता पार्टी के लोग यह आरोप इसलिए लगाते हैं ताकि घटना का दबाया जा सके। मुकेश चंद्राकर के साथ मेरा भी फोटो है। मैंने तो उनके लिए वीडियो भी डाला है। कई बार मिलता भी रहा हूं। अब उनको यह लोग कांग्रेसी बता रहे हैं। जब काम पूरा नहीं हुआ था तो उस पुलिया का पेमेंट 90 फीसद क्यों कर दिया गया। यह पेमेंट कांग्रेस ने तो किया नहीं। जिनकी सरकार है, उनको इस पर जवाब देना चाहिए। वहां तो विधायक भी कांग्रेस का नहीं है। वहां बिना टेंडर के पुल बना दिया गया, वो भी तब, जब आचारसंहिता लागू थी।"

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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