बिहार के मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी शुक्रवार को यहां कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गये, जिससे ये अटकलें तेज हो गयी हैं कि उन्हें लोकसभा चुनाव में पार्टी अपना उम्मीदवार बना सकती है।
जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता महेश्वर हजारी ने हाल ही में विधानसभा के उपाध्यक्ष का पद छोड़ दिया था और अब उनके पास महत्वपूर्ण सूचना और जनसंपर्क विभाग है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने सन्नी हजारी का पार्टी में स्वागत किया।
Published: undefined
संवाददाताओं ने अखिलेश प्रसाद सिंह से पूछा कि क्या सन्नी हजारी का कांग्रेस में शामिल होना एक बड़ी कामयाबी माना जाए, तो उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस द्वारा प्रदेश स्तर पर उम्मीदवार तय नहीं किये जाते हैं। पार्टी की 'स्क्रीनिंग कमेटी' संभावित उम्मीदवारों के नामों की सूची तैयार करती है और इस संबंध में अंतिम निर्णय केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा लिया जाता है।’’
सन्नी हजारी को समस्तीपुर की आरक्षित सीट से उम्मीदवार बनाए जाने की उम्मीद है, जहां शांभवी चौधरी को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगी चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने उम्मीदवार बनाया है।
Published: undefined
हालांकि, समस्तीपुर से पंचायत स्तर के राजनीतिक कार्यकर्ता सन्नी हजारी ने इस बात से इनकार नहीं किया कि वह इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए आतुर हैं। समस्तीपुर सीट का प्रतिनिधित्व अतीत में उनके पिता और उनके दिवंगत दादा राम सेवक हजारी ने भी किया है।
Published: undefined
सन्नी हजारी ने कहा, ‘‘मैं अपने पिता की पार्टी के महागठबंधन के दिनों से ही सार्वजनिक जीवन में सक्रिय था। मुझे एहसास है कि कांग्रेस में शामिल होने के मेरे फैसले से मेरे पिता नाराज हो सकते हैं। मैं उन्हें समझाने की कोशिश करूंगा। अगर पार्टी मुझसे समस्तीपुर से चुनाव लड़ने को कहती है तो मैं इसके लिए तैयार हूं। ’’
महेश्वर हजारी, राम विलास पासवान के रिश्ते में भाई हैं और ऐसा समझा जाता है कि उन्होंने सन्नी के टिकट के लिए चिराग पासवान से पैरवी भी की थी।
पीटीआई के इनपुट के साथ
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined