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‘पीएम-किसान’ योजना को भूली बीजेपी सरकार, 5 करोड़ किसानों को नहीं मिली तीसरी किस्त

जिस तेजी और आनन-फानन में बिना पूरी तैयारी के मोदी सरकार ने पीएम-किसान योजना का ऐलान किया था और इसे लागू किया था, उससे साफ पता चलता है कि लोकसभा चुनाव से पहले देश के नाराज किसानों को साधने के लिए सरकार ने ये दांव चला था।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पीएम मोदी द्वारा घोषित पीएम-किसान योजना का हाल अब कोई पूछने वाला नहीं है। हाल ये है कि काफी वक्त बीतने के बावजूद देश के 5 करोड़ से भी ज्यादा किसानों को योजना के तहत दो हजार रुपये की तीसरी किस्त नहीं मिली है। यह जानकारी मोदी सरकार के कृषि मंत्रालय ने एक आरटीआई के जवाब में दी है।

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दिसंबर 2018 से शुरू इस योजना के तहत सरकार ने देश के वैसे किसानों को सालाना 6000 रुपये देने का ऐलान किया था, जिनके पास काफी कम जमीन है। योजना के तहत किसानों को साल में हर चार महीने पर तीन किस्त में दो-दो हजार रुपये देने का प्रावधान किया गया था। लेकिन एक पत्रकार द्वारा दायर आरटीआई के जवाब में कृषि मंत्रालय ने बताया है कि 6.5 करोड़ किसानों को दूसरी किस्त और 3.85 करोड़ किसानों को तीसरी किस्त मिली है।

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आरटीआई से मिली जानकारी और सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में पीएम किसान योजना की तीसरी किस्त न मिलने वाले किसानों की संख्या 5.16 करोड़ है। जबकि 2.51 करोड़ किसानों को दूसरी किस्त नहीं मिली है। सरकार के अनुसार दिसंबर 2018 से नवंबर 2019 के बीच करीब 9 करोड़ किसानों ने इस योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। इससे पहले भी इनमें से केवल 7.62 करोड़ किसानों को ही पहली किस्त मिली थी।

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ऐन लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार द्वारा लाई गई इस योजना पर शुरू से ही सवाल उठते रहे हैं। इस योजना में कई खामियां भी उजागर हुई हैं। कई जगहों पर अपात्र लोगों के खाते में पैसे जाने की बात भी सामने आई है। इसके साथ ही कई किसानों के खातों में ऐन चुनाव से पहले पैसे जाकर लौटने की भी खबरें आई थीं। जिस तेजी और आनन-फानन में बिना पूरी तैय़ारी के मोदी सरकार ने इस योजना का ऐलान किया और इसे लागू किया, उससे साफ पता चलता है कि लोकसभा चुनाव से पहले देश के नाराज किसानों को साधने के लिए सरकार ने दांव चला था।

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