देश

'मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन पर बीजेपी कर रही राजनीति', पवन खेड़ा बोले- यह बहुत ही अफसोस की बात

पवन खेड़ा ने कहा कि परिवार के लोग आपस में मिलकर शोक और दुख बांटना चाहते हैं और बीजेपी चाहती है कि उस मौके पर कोई राजनीतिक दल जाए, यह बहुत ही अफसोस की बात है।

योगी सरकार की सोशल मीडिया पॉलिसी पर पवन खेड़ा ने सवाल उठाए।
योगी सरकार की सोशल मीडिया पॉलिसी पर पवन खेड़ा ने सवाल उठाए। फोटोः IANS

दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य के शामिल नहीं होने के भारतीय जनता पार्टी के आरोप पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सोमवार को केंद्र में सत्तारूढ़ दल पर राजनीति करने का आरोप लगाया।

 कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, "परिवार में अगर कोई शोक में है, तो शोक संतप्त परिवार को एक पर्सनल स्पेस भी चाहिए होता है। परिवार के लोग आपस में मिलकर शोक और दुख बांटना चाहते हैं और बीजेपी चाहती है कि उस मौके पर कोई राजनीतिक दल जाए, यह बहुत ही अफसोस की बात है। बीजेपी को परिवार और उनको जो पर्सनल स्पेस चाहिए उसकी कद्र नहीं है।"

Published: undefined

महाराष्ट्र सरकार के मंत्री एवं बीजेपी नेता नितेश राणे द्वारा केरल को "मिनी पाकिस्तान" कहने और राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी की जीत का कारण "आतंकवादियों का वोट" बताने पर भी कांग्रेस प्रवक्ता निशाना साधा। उन्होंने कहा, "जेपी नड्डा से पूछिए बीजेपी अगला चुनाव केरल से लड़ेगी या नहीं? बीजेपी नेता का संविधान के खिलाफ इस प्रकार की टिप्पणी करना गलत है। क्या उनके लिए केरल हिंदुस्तान की सीमाओं से बाहर हो गया है? जो इतिहास में कुछ कर नहीं पाए, अब भूगोल बदलने चले हैं।"

Published: undefined

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भारतीय जनता पार्टी के रोहिंग्या घुसपैठियों को बसाने के आरोप पर पवन खेड़ा ने कहा, "केंद्र में भाजपा की सरकार है और बॉर्डर की रक्षा केंद्र के हाथों में होती है। ऐसे में बॉर्डर से बांग्लादेशी घुसे हैं तो क्या राजनाथ सिंह या अमित शाह इसके जिम्मेदार हैं, यह उनसे पूछना चाहिए।"

Published: undefined

आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति के सवाल पर पवन खेड़ा ने कहा, "कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव में गंभीरतापूर्वक मैदान में उतर रही है। इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए कि दिल्ली में लोग कांग्रेस पार्टी को फिर से याद कर रहे हैं। दिल्ली में 15 साल तक शीला दीक्षित का जो शासन रहा, उसमें दिल्ली को जो कुछ मिला, वह फिर कभी नहीं मिला।"

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined