देश में विभिन्न समूहों-सामाजिक, आय, आयु, शिक्षा, धर्म और जेंडर के 62.5 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनके पास राशन/दवा आदि या इन जरूरी चीजों के लिए धन तीन हफ्ते से कम समय के लिए ही है। 'आईएएनएस सी-वोटर कोविड ट्रैकर्स इंडेक्स ऑफ पैनिक' सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है।
Published: 12 Apr 2020, 1:07 PM IST
कुल 37.5 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे तीन हफ्ते से अधिक समय के लिए इन आवश्यक चीजों के लिए तैयार हैं। यह आंकड़ा इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि देश कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए लगे 21 दिवसीय लॉकडाउन के अंत के करीब जा रहा है, और राज्य सरकारों के बीच दो और हफ्तों के लिए लॉकडाउन का विस्तार करने के लिए एक आम सहमति बन रही है।
सर्वे के अनुसार, कम आय और शिक्षा समूहों वाले लोगों की स्थिति सबसे कमजोर है, जहां 70:30 के हिस्से में अधिकांश लोगों के पास तीन हफ्ते से अधिक समय तक चलने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं।
Published: 12 Apr 2020, 1:07 PM IST
सर्वे के रुझान से संकेत मिलता है कि कम आय वर्ग और समाज के निचले तबके से जुड़े लोगों के पास अपने परिवारों की देखभाल करने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है, जबकि मध्यम आय वाले तबके के पास तीन सप्ताह की अवधि के लिए संसाधन हैं। सिर्फ ज्यादा आय वर्ग वाले लोगों के पास तीन सप्ताह से अधिक समय तक के लिए पर्याप्त संसाधन हैं।
देश के शहरी इलाकों में 55 प्रतिशत लोगों के पास पर्याप्त रूप से आवश्यक वस्तुएं हैं और उनके पास जरूरी चीजों के लिए तीन हफ्ते से कम समय तक के लिए पैसे हैं। ग्रामीण और अर्ध-नगरीय लोग (65 प्रतिशत से अधिक) का कहना है कि उनके पास तीन सप्ताह तक गुजर-बसर करने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं।
Published: 12 Apr 2020, 1:07 PM IST
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Published: 12 Apr 2020, 1:07 PM IST