देश

15 की संयुक्त मोर्चा की बैठक में होगी आगे की रणनीति पर चर्चा, एमएसपी पर तैयार रहे सरकार : राकेश टिकैत

उन्होंने कहा कि 15 जनवरी संयुक्त मोर्चे की बैठक रखी गई है। इसमें सरकार से पूछा जायेगा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उन्होंने क्या फैसला किया । इसके बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी।

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

किसान आंदोलन के प्रमुख चेहरा रहे राकेश टिकैत ने कहा कि देश के हालात ठीक नहीं हैं और विकास सिर्फ वोट का हुआ है, इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल सिर्फ और सिर्फ वोट के ही भूखे हैं । उन्हें किसानों की परेशानी से कोई मतलब नहीं है। आईएएनएस से खास बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार जल्द फैसला ले ताकि आगे की कार्यवाही पूरी हो और किसनों को उनका हक मिल सके।

Published: undefined

उन्होंने कहा कि 15 जनवरी संयुक्त मोर्चे की बैठक रखी गई है। इसमें सरकार से पूछा जायेगा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उन्होंने क्या फैसला किया । इसके बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी। उनके अनुसार एमएसपी को लेकर सरकार ने अभी तक कोई कमेटी नहीं बनायी है, न ही इसे लेकर सरकार से किसान मोर्चे की कोई बातचीत चल रही है। इसके अलावा, किसानों पर जो केस दर्ज किए गए, वो अभी तक वापस नहीं हुए हैं। आंदोलन के दौरान जो किसान शहीद हुए, उन्हें भी मुआवजा नहीं मिला है।

Published: undefined

उन्होंने कहा कि ये आंदोलन अभूतपूर्व रहा है और सभी जगह इसकी चर्चा हो रही है । जहाँ भी वे जाते हैं, इस आंदोलन पर चर्चा होती है। उनके अनुसार 26 जनवरी को किसान अपने गांव में ही अपने टैक्टर पर झंडा लगा कर अलग-अलग जगहों पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे और सभी अपने गावं में ही झंडा फहराएंगे। जब उनसे पूछा गया की क्या इस बार भी टैक्टर मार्च दिल्ली की ओर होगा, तो उन्होंने कहा कि अभी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है। 15 जनवरी की बैठक में हर बात पर चर्चा की जाएगी, किसान अपने हक की लड़ाई के लिए तैयार हैं । उनके अनुसार वो चुनाव नहीं लड़ने जा रहे और जो लोग पंजाब में चुनाव लड़ रहे हैं वो उनका व्यक्तिगत फैसला है।

Published: undefined

राकेश टिकैत ने विधानसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ प्रचार और किसी और को समर्थन देने के मसले पर पूछे जाने पर कहा कि 15 जनवरी की बैठक में इस पर भी चर्चा की जाएगी, हालांकि अभी फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद सरकार को दबाव में लेना नहीं बल्कि किसानों के हित में सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का है। मणिपुर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के किसान आंदोलन पर दिए विवादित बयान पर टिकैत बोले कि इस पर तो सत्यपाल मालिक ही ज्यादा बेहतर बता पाएंगे, वो इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined