
देशभर में लगातार रद्द होती इंडिगो की उड़ानों और यात्रियों को हो रही भारी परेशानी के बीच नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने बुधवार को देश के 11 प्रमुख एयरपोर्ट्स पर तुरंत ऑन-साइट निरीक्षण कराने का आदेश जारी किया है। यह कार्रवाई सीधे उस अव्यवस्था से जुड़ी है, जिसने बीते दिनों हजारों यात्रियों की यात्रा को प्रभावित किया और एयरलाइन की संचालन क्षमता पर कई सवाल खड़े किए।
Published: undefined
DGCA ने अपने आदेश में साफ लिखा है कि उसके अधिकारी अगले दो से तीन दिनों के भीतर संबंधित एयरपोर्ट्स पर पहुंचकर हालात का आकलन करेंगे। निरीक्षण पूरा होते ही 24 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट जमा करनी होगी।
जिन एयरपोर्ट्स को सूची में शामिल किया गया है, वे हैं, नागपुर, जयपुर, भोपाल, सूरत, तिरुपति, विजयवाड़ा, शिरडी, कोचीन, लखनऊ, अमृतसर और देहरादून।
Published: undefined
इस निरीक्षण का सबसे अहम मकसद एयरपोर्ट्स की वर्तमान स्थिति को समझना है। चाहे वह सुरक्षा प्रबंधन हो, ऑपरेशनल तैयारी हो या यात्रियों की सुविधा से जुड़े इंतजाम।
DGCA ने स्पष्ट किया है कि निरीक्षण सिर्फ इंडिगो की देरी और रद्द उड़ानों की स्थिति देखने के लिए नहीं है, बल्कि यह भी समझने के लिए है कि एयरपोर्ट स्टाफ और एयरलाइन मिलकर यात्रियों को कितनी मदद दे पा रहे हैं।
Published: undefined
इंडिगो की उड़ानों में भारी देरी के कारण कई एयरपोर्ट्स पर चेक-इन काउंटर, सिक्योरिटी पॉइंट और बोर्डिंग गेट्स पर यात्रियों की लंबी कतारें देखी गईं। DGCA अधिकारियों को यह जांचने का निर्देश दिया गया है कि
क्या काउंटर पर्याप्त संख्या में खुले थे,
क्या कर्मचारियों की संख्या जरूरत के मुकाबले कम थी,
और क्या पास मौजूद संसाधन भीड़ नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त थे।
Published: undefined
DGCA ने यह भी कहा है कि निरीक्षण के दौरान अफसर यह देखेंगे कि एयरलाइन के हेल्प डेस्क 24 घंटे सक्रिय थे या नहीं। यात्रियों को देरी और रद्द उड़ानों की जानकारी समय पर मिली या नहीं और पीने के पानी जैसी अहम सुविधाएं उपलब्ध थीं या नहीं।
इसमें यह भी शामिल है कि एयरलाइन की ओर से भेजे जाने वाले SMS, ईमेल और व्हाट्सऐप अलर्ट समय पर भेजे गए थे या नहीं।
Published: undefined
DGCA ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि अधिकारी यह भी जांचेंगे कि वरिष्ठ नागरिकों, छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कम गतिशीलता वाले यात्रियों को कितनी सहायता दी गई।
यह मूल्यांकन तय करेगा कि एयरलाइन और एयरपोर्ट ने संवेदनशील श्रेणी के यात्रियों के लिए पर्याप्त समर्थन दिया या नहीं।
Published: undefined
यात्रियों की बढ़ी संख्या के बीच टॉयलेट, वेटिंग एरिया और बैठने की व्यवस्था की गुणवत्ता भी DGCA के निरीक्षण का हिस्सा होगी। आदेश में कहा गया है कि अधिकारियों को साफ-सफाई और हाउसकीपिंग टीमों की सक्रियता की भी जांच करनी होगी।
Published: undefined
इंडिगो की हालिया समस्या में पेंडिंग बैगेज भी एक बड़ा मुद्दा बना। आदेश के अनुसार अधिकारी यह देखेंगे कि बैगेज डिलीवरी में कितनी देरी हुई, कोई बैकलॉग तो नहीं है और यात्रियों को क्या समाधान दिया गया।
अधिकारियों को यात्रियों से सीधे बातचीत कर उनकी शिकायतें और अनुभव भी सुनने के निर्देश दिए गए हैं।
Published: undefined
DGCA ने यह भी कहा है कि इंडिगो और एयरपोर्ट दोनों के कंट्रोल रूम ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं, शिकायत निपटान तंत्र प्रभावी है या नहीं—इसकी समीक्षा आवश्यक है।
मकसद यह पता लगाना है कि संकट की स्थिति में एयरलाइन और एयरपोर्ट ने मिलकर कितना तालमेल बिठाया।
Published: undefined
अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि निरीक्षण के दौरान वे एयरपोर्ट डायरेक्टर, CISF अधिकारियों, इंडिगो के स्टेशन हेड्स और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स से समन्वय कर पूरी तस्वीर जुटाएं।
DGCA का यह कदम साफ बताता है कि बढ़ती उड़ान अव्यवस्था को अब हल्के में नहीं लिया जाएगा।
Published: undefined