देश

विपक्षी दलों ने संसद से विजय चौक तक निकाला 'तिरंगा मार्च', खड़गे ने पूछा- बहुमत के बावजूद JPC से क्यों डर रही मोदी सरकार?

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, लोकतंत्र में लोकतांत्रिक तरीके से लड़ना हमारा काम है। सरकार अगर नहीं मानती है तो ये हठधर्मी है। सरकार को हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए, प्रतिक्रिया देनी चाहिए।

फोटो: @INCIndia
फोटो: @INCIndia  

अडानी-हिंडनबर्ग मामले और राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी दलों ने संसद भवन से विजय चौक तक तिरंगे झंडे के साथ मार्च निकाला। इस मार्च का नेतृत्व राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया। मार्च में अन्य सांसदों के साथ यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी हिस्सा लिया।

Published: undefined

तिरंगा मार्च के बाद विपक्षी पाटियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेस की। इस दौरान प्रेस से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “मोदी सरकार जो कहती है उसके तहत कभी नहीं चलती है। एक उदाहरण है, 50 लाख करोड़ का बजट को 12 मिनट में पास किया गया। वो हमेशा कहते थे कि संसद चलाने में विपक्षी पाटिर्यों की दिलचस्पी नहीं है। लेकिन बाधा तो सत्ता पक्ष ने डाला। जब भी हम बोलने के लिए उठते थे और हम नोटिस देते थे। नोटिस पर चर्चा की मांग करते थे। तब वह हमको बोलने नहीं देते थे। ऐसा पहली बार हुआ कि सत्ता पक्ष ने ही संसद को चलने नहीं दिया। इसके पीछे वजह यही है कि जो हमने मुद्दे उठाए हैं, खास कर अडानी से जुड़े मुद्दे हैं।“

Published: undefined

उन्होंने कहा कि 18 से 19 पार्टियों ने मिलकर इस कॉमन मुद्दे को उठाया। मुद्दा यह है अडानी को इतना महत्व क्यों दिया जा रहा है। अडानी की संपत्ति केवल ढाई साल में 12 लाख करोड़ रुपये कैसे बनी? सरकार से पैसा लिया, एलआईसी से लिया। बैंकों से लिया। सरकार का पैसा और पब्लिक सेक्टर की संपत्ति उन्होंने खरीदा। यानी पैसा भी सरकार का और संपत्ति भी सरकार की। वह संपत्ति बनाते गए। इतनी बड़ी संपत्ति वाला आदमी देश में या विदेश में कोई नहीं होगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा कि किन-किन देशों के प्रधानमंत्रियों और उद्योगपतियों से वे (अडानी) मिले? इस पर चर्चा होनी चाहिए। हम जेपीसी की मांग कर रहे हैं। इसमें उन्हें कोई नुकसान नहीं होने वाला था। उनके पास बहुमत है तो ज्यादा लोग आपके रहेंगे। इसके बावजूद मोदी सरकार जेपीसी से क्यों डर रहे हैं?

Published: undefined

मार्च को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, लोकतंत्र में लोकतांत्रिक तरीके से लड़ना हमारा काम है। सरकार अगर नहीं मानती है तो ये हठधर्मी है। सरकार को हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए, प्रतिक्रिया देनी चाहिए। अगर आप लोकतंत्र को जिंदा रखना चाहते हैं तो विपक्ष की भी बात सुननी चाहिए।

Published: undefined

वहीं कांग्रेस सांसद और पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, सरकार खुद संसद नहीं चलने दे रही है। वे अडानी घोटाले पर चर्चा क्यों नहीं करना चाहते? कांग्रेस सांसद ने कहा कि पूरी बीजेपी और नरेंद्र मोदी सरकार लोकतंत्र को खत्म करने का काम कर रही है। पूरे सत्र में वे बस अडानी को बचाने में लगे थे। हम बस जेपीसी जांच की मांग कर रहे हैं। वे इस पर बात तक नहीं कर रहे हैं। हम इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएंगे।

Published: undefined

मोदी सरकार की नीतियों के विरुद्ध अपना विरोध दर्ज कराने के लिए तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद से विजय चौक तक मार्च निकाला। कांग्रेस सत्र शुरू होने के दिन से ही अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग को लेकर सरकार पर हमलावर है। वहीं तमाम विपक्षी दल भी अडानी मामले की जेपीसी जांच की मांग कर रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार इसके लिए तैयार नहीं है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined

  • राहुल-अखिलेश की अनोखी जनसभा, माइक खराब लेकिन देश की वर्तमान दशा-दिशा और भविष्य पर खूब हुई चर्चा, देखें वीडियो

  • ,
  • बड़ी खबर LIVE: ईरानी राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर की आपात स्थिति में लैंडिंग, हादसे का अंदेशा, रेस्क्यू के लिए टीमें रवाना

  • ,
  • लोकसभा चुनावः बिहार की 5 सीट पर भी कल वोटिंग, सारण में रोहिणी तो हाजीपुर में चिराग की साख दांव पर

  • ,
  • ईरानी राष्ट्रपति को ले जा रहे हेलीकॉप्‍टर की अजरबैजान में हुई हार्ड लैंडिंग, दुर्घटना की खबरों को खारिज किया

  • ,
  • लोकसभा चुनावः पांचवें चरण में कल बंगाल की 7 सीट पर भी मतदान, BJP के कई दिग्गजों की साख दांव पर