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लोकसभा की सुरक्षा में चूक मामले पर विपक्ष ने गृह मंत्री से मांगा जवाब, पूछा- आखिर क्या छिपा रही है सरकार?

विपक्षी दल लोकसभा की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर लगातार गृह मंत्री अमित शाह के जवाब की मांग कर रहे थे। वहीं लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में एक बार फिर से यह साफ कर दिया कि लोक सभा के अध्यक्ष होने के नाते सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी है।

सुरक्षा में चूक पर लोकसभा में हंगामा जारी
सुरक्षा में चूक पर लोकसभा में हंगामा जारी फोटोः सोशल मीडिया

लोकसभा की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में विपक्षी दलों का हंगामा सोमवार को भी जारी रहा। विपक्षी सांसदों के हंगामे और नारेबाजी के कारण सोमवार को लोक सभा की कार्यवाही को पहले 12 बजे तक और फिर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा। हंगामे के बीच ही केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को लोक सभा में टेलीकम्यूनिकेशन बिल-2023 को पेश कर दिया।

विपक्षी दल लोकसभा की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर लगातार गृह मंत्री अमित शाह के जवाब की मांग कर रहे थे। वहीं लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में एक बार फिर से यह साफ कर दिया कि लोक सभा के अध्यक्ष होने के नाते सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी है।

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इस मामले को लेकर सांसद राघव चड्ढा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "विपक्षी पार्टियां तो यही कह रही हैं कि जांच रिपोर्ट संसद में पेश की जाए और इसपर चर्चा हो...तमाम सांसद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान चाहते हैं... जिस तरह से सरकार इस मुद्दे से भाग रही है, उससे कई सवाल उठते हैं कि आखिर वो क्या छिपा रही है।"

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वहीं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, "केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संसद में बोलने से डरते हैं, इसलिए टीवी स्टूडियो में इस मामले (संसद सुरक्षा चूक) पर टिप्पणी कर रहे हैं... देश की राजधानी में इतनी बड़ी घटना हो गई लेकिन संसद में बोलने की बजाय केंद्रीय गृह मंत्री दिख ही नहीं रहे हैं इसका मतलब है कि वे संसद में बोलने में डरते हैं। वे हमारे सांसदों को सदन से निलंबित कर सकते हैं लेकिन हमारी आवाज़ को नहीं दबा सकते।"

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इससे पहले दोपहर 12 बजे लोक सभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने फिर से तख्तियां लहराना और नारेबाजी करना शुरू कर दिया। हंगामे के बीच ही पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने सभा पटल पर रखे जाने वाले कागजों को सदन में पेश करवाना शुरू कर दिया।

हंगामे के बीच ही केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सदन में टेलीकम्यूनिकेशन बिल-2023 को भी पेश कर दिया। पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल इस दौरान लगातार नारेबाजी कर रहे सांसदों से सदन चलने देने की अपील करते रहे। उन्होंने तख्तियां लहराने वाले सांसदों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी चेतावनी दी लेकिन अपील और चेतावनी दोनों के बेअसर होने के बाद उन्होंने लोक सभा की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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