दुनिया

दुनिया की 5 बड़ी खबरें: तालिबान ने फिर दिखाया अपना असली रंग और 200 अमेरिकियों और विदेशियों को अफगानिस्तान छोड़ने की इजाजत

तालिबान पत्रकारों को हिरासत में ले रहा है और उन पर हमला कर रहे हैं तथा मीडिया के काम पर नए प्रतिबंध लगा रहे हैं। तालिबान ने अमेरिकी प्रशासन के साथ बातचीत के बाद कम से कम 200 अमेरिकी नागरिकों सहित अन्य विदेशियों को अफगानिस्तान छोड़ने की इजाजत दी है।

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

तालिबान विरोधी प्रदर्शन को कवर करने पर अफगान पत्रकारों को पीटा गया

अफगानिस्तान में तालिबान के अधिकारी पत्रकारों को हिरासत में ले रहे हैं और उन पर हमला कर रहे हैं तथा मीडिया के काम पर नए प्रतिबंध लगा रहे हैं। ह्यूमन राइट्स वॉच ने यह बात कही है। तालिबान से हमलों को रोकने, प्रतिबंध हटाने और प्रदर्शनकारियों और पत्रकारों के खिलाफ दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार तालिबान सदस्यों को उचित रूप से दंडित करने के लिए मांग बढ़ रही है।

7 सितंबर को तालिबान सुरक्षा बलों ने काबुल स्थित मीडिया आउटलेट एतिलात-ए-रोज के दोनों पत्रकारों तकी दरयाबी और नेमत नकदी को हिरासत में लिया था। पत्रकार तालिबान द्वारा महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों के उल्लंघन पर उनकी मांगों को लेकर काबुल में महिलाओं द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को कवर कर रहे थे। एतिलात-ए-रोज ने बताया कि तालिबान के अधिकारी दो लोगों को काबुल के एक पुलिस स्टेशन में ले गए, उन्हें अलग-अलग कक्षों में रखा और उन्हें केबल (तार) से बुरी तरह पीटा। दोनों पुरुषों को अगले दिन रिहा कर दिया गया, जिसके बाद उनकी पीठ और चेहरे पर लगी चोटों की वजह से उन्हें अस्पताल में इलाज कराना पड़ा।

Published: undefined

9/11 की 20वीं वर्षगांठ पर फिल्म माई नेम इज खान दोहरायी

फोटो: IANS

इस वर्ष 11 सितंबर अमेरिका में हुए 9/11 आतंकवादी हमले की 20वीं वर्षगांठ है। अगर हम इस दुर्घटना की चर्चा करें, तो प्रसिद्ध भारतीय निर्देशक करण जौहर द्वारा निर्देशित दुखद फिल्म माई नेम इज खान के बारे में बात करनी है। फिल्म के मुख्य पात्र और पात्रिका भारतीय फिल्म स्टार शाहरुख खान और काजोल द्वारा निभाए गये हैं। 2010 में रिलीज होने के बाद, इसने मौजूदा दौर में बॉलीवुड फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर टॉप किया। निस्संदेह, इस फिल्म के निर्देशक को आतंकवाद की बहुत गहरी समझ है, और फिल्म के कला रूप के माध्यम से, वे आतंकवाद से लोगों को होने वाले नुकसान की पूरी तरह से व्याख्या करते हैं। तो चलिए आज हम इस फिल्म के बारे में अपनी समझ को एक नए अनुभव के साथ फिर से ताजा करते हैं। यह फिल्म मुख्य पात्र रिजवान खान की कहानी बताती है। जो हल्के आत्मकेंद्रित की समस्या से पीड़ित हैं। वे भारत से अमेरिका में आकर बसे। वहां उनकी मुलाकात सुन्दर सिंगल मां मंदिरा खान से हुई और उनसे शादी भी की। लेकिन दुर्भाग्य है कि 9/11 आतंकवादी हमले के बाद भेदभाव, अपमान, पिटाई और यहां तक कि आम मुसलमानों की हत्या की लगातार घटनाओं के साथ, अमेरिका में इस्लाम विरोधी प्रवृत्ति शुरू हो गई। रिजवान खान का बेटा भी शिकार बना। केवल नाम में विशिष्ट मुस्लिम उपनाम खान होने के कारण तो कई सहपाठियों ने उन्हें बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला।

Published: undefined

अफगानिस्तान को चीन के साथ सहयोग की उम्मीद : सुहैल शाहीन

फोटो: IANS

8 सितंबर को चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के ग्लोबल वाच प्रोग्राम ने कतर में स्थित तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन से विशेष साक्षात्कार किया। सुहैल शाहीन ने कहा कि अफगानिस्तान को चीन के साथ सहयोग करने की उम्मीद है। उम्मीद है कि अफगानिस्तान को चीन और अन्य देशों के बीच संपर्क का केंद्र बनने का अवसर मिलेगा। अफगानिस्तान इस बात की अनुमति कभी नहीं देगा कि कोई संगठन अफगानिस्तान में चीन समेत अन्य देशों को खतरे में डालने वाली आतंकी गतिविधियां करे। सुहैल शाहीन ने कहा कि अफगान प्रतिनिधिमंडल और वार्ता टीम में से एक सदस्य के रूप में उन्होंने चीन की यात्रा की। चीन से अच्छे संबंध कायम करना उनकी नीति है। चीन अफगानिस्तान का मुख्य पड़ोसी देश है। अफगानिस्तान को चीन के साथ सहयोग करने की उम्मीद है। अभी एक महत्वपूर्ण दौर है, क्योंकि अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान से सेना हटा दी है। उम्मीद है कि भविष्य में वे चीन के साथ अफगानिस्तान का एक साथ निर्माण कर सकेंगे। साथ ही अफगानिस्तान को चीन और अन्य देशों के बीच संपर्क का केंद्र बनने का अवसर मिलेगा।

Published: undefined

शांतिपूर्ण प्रदर्शनों पर तालिबान का शिकंजा

फोटो: IANS

इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान ने एक बयान में कहा कि लोगों को तब तक विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है, जब तक कि उन्हें सरकार से अनुमति नहीं मिल जाती। खामा न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, बयान में कहा गया है कि फिलहाल किसी भी समूह और किसी भी व्यक्ति को विरोध करने की इजाजत नहीं है, चाहे वह किसी भी नाम से और किसी भी उद्देश्य से किया जाना हो।

तालिबान ने पिछले पांच दिनों में काबुल और अन्य प्रांतों में कुछ विरोध प्रदर्शनों के हिंसक होने के बाद बयान जारी किया। बयान के अनुसार, कुछ लोग काबुल और प्रांतों में सड़कों पर उतर रहे हैं, जिन्हें कुछ दलों ने प्रेरित किया है और जीवन की व्यवस्था को बिगाड़ दिया है और यह नागरिकों की सुरक्षा को खतरा है।

Published: undefined

तालिबान ने 200 अमेरिकियों, अन्य विदेशियों को अफगानिस्तान छोड़ने की इजाजत दी

फोटो: IANS

तालिबान ने अमेरिकी प्रशासन के साथ बातचीत के बाद कम से कम 200 अमेरिकी नागरिकों सहित अन्य विदेशियों को अफगानिस्तान छोड़ने की इजाजत दी है। रिपोर्टों के अनुसार, विदेशी नागरिक गुरुवार को चार्टर उड़ानों से काबुल से रवाना होंगे। कतर एयरवेज का एक विमान गुरुवार सुबह काबुल में उतरा, जो अमेरिकी नागरिकों और अन्य विदेशी नागरिकों को ले जाएगा। अगस्त में राजधानी काबुल पर तालिबान का कब्जा होने के बाद इस हवाईअड्डे से उड़ान भरने वाला यह पहला अंतर्राष्ट्रीय विमान है। कतर के अधिकारियों ने काबुल हवाईअड्डे पर मीडिया से बातचीत में पुष्टि की कि कतर एयरवेज की उड़ान अफगानिस्तान से जाने वाले विदेशियों को ले जाएगी।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined