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पाकिस्तान में मुनीर-शहबाज के खिलाफ TLP का प्रदर्शन, लाहौर समेत कई शहरों में पुलिस के साथ हिंसक झड़प

स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी हैं। साथ ही लाहौर, पेशावर और इस्लामाबाद के कई मुख्य मार्गों को कंटेनरों से सील कर दिया गया है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

इजराइल और गाजा के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गया है। राजधानी इस्लामाबाद, लाहौर, पेशावर समेत कई शहरों में इंटरनेट सेवा भी पाबंदी लगा दी गई है। पुलिस और इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के समर्थकों के बीच लाहौर में हुईं हिंसक झड़पों के बाद पाकिस्तान सरकार की तरफ से यह कदम उठाया गया है।  

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पाक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन 

प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान सरकार का इस बात के लिए विरोध किया कि उसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा प्लान का समर्थन किया है। इस दौरान टीएलपी वर्कर्स ने पीएम शहबाज शरीफ और फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के खिलाफ नारेबाजी की जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया।

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लाहौर में तनाव

खबरों के मुताबिक, सबसे ज्यादा तनाव लाहौर में देखा जा रहा है। यहां जामिया मस्जिद रहमत लिल आलमीन के बाहर जुमे की नमाज के लिए आ रहे नमाजियों पर पंजाब पुलिस ने कथित तौर पर गोलीबारी की। इस गोलीबारी में दर्जनों टीएलपी कार्यकर्ता घायल हो गए। इस टकराव के बाद शहर में तनाव आर बढ़ गया जिससे टीएलपी समर्थक भड़क गए।

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टीएलपी मुख्यालय पर छापा

इससे पहले तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) द्वारा इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास के बाहर इजराइल के खिलाफ शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन की घोषणा थी और इसके बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस ने इसके प्रमुख साद हुसैन रिजवी को गिरफ्तार करने के लिए यहां टीएलपी मुख्यालय पर छापा मारा।

पंजाब पुलिस द्वारा कार्रवाई शुरू करने के बाद शहर में हिंसा भड़क उठी।

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टीएलपी ने पंजाब सरकार पर साधा निशाना

टीएलपी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘शांतिपूर्ण 'लब्बैक या अक्सा मिलियन मार्च’ को रोकने के लिए (मुख्यमंत्री) मरियम नवाज़ की पंजाब सरकार ने अपमानजनक हथकंडे अपनाए हैं। टीएलपी के निहत्थे कार्यकर्ताओं और अधिकारियों पर अत्याचार तुरंत बंद होना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि पुलिस ने टीएलपी के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘गाजा में मुसलमानों पर यहूदियों द्वारा अत्याचार किया जा रहा है जबकि यहां उनके समर्थक मुसलमानों पर अत्याचार कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि टीएलपी के उप प्रमुख पीर सैयद जहीर-उल-हसन शाह की गिरफ्तारी के बाद पंजाब में सरकार द्वारा उत्पीड़न बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि फलस्तीन के साथ एकजुटता दिखाना पाकिस्तान में अपराध बन गया है।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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