दक्षिणी फिलीपीन के पास एक ही क्षेत्र में कुछ घंटों के अंतराल पर शुक्रवार को दो शक्तिशाली भूकंप आए।
भूकंप का पहला झटका सुबह में महसूस किया गया जिसकी तीव्रता 7.4 मापी गई। इसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं, इससे भूस्खलन हुआ, अस्पतालों और विद्यालयों को नुकसान पहुंचा और सुनामी की चेतावनी के कारण आसपास के तटीय क्षेत्रों को खाली कराना पड़ा। हालांकि, सुनामी की चेतावनी बाद में वापस ले ली गई।
दूसरे भूकंप की प्रारंभिक तीव्रता 6.9 थी। फिलीपीन के ज्वालामुखी विज्ञान और भूकंप विज्ञान संस्थान के प्रमुख टेरेसिटो बैकोलकोल ने बताया कि शुक्रवार को आए भूकंप के झटके दावाओ ओरिएंटल प्रांत के मनय शहर में महसूस किये गये थे। यह भूकंप फिलीपीन ट्रेंच में 10 किलोमीटर की गहराई पर हुई हलचल के कारण आया था।
यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि यह एक अलग भूकंप था या 7.4 तीव्रता वाले भूकंप का ही एक और झटका था।
फिलीपीन के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने कहा कि भूकंप के बाद संभावित क्षति का आकलन किया जा रहा है तथा सुरक्षित स्थिति होने पर बचाव एवं राहत अभियान शुरू किया जाएगा।
पहले भूकंप का केंद्र दावाओ ओरिएंटल प्रांत के मनाय शहर से लगभग 43 किलोमीटर पूर्व में पास समुद्र में स्थित था।
सरकार के नागरिक सुरक्षा कार्यालय के क्षेत्रीय निदेशक एडनार दयांगिरांग ने टेलीफोन पर ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि कम से कम पांच लोग मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि मारे गए लोगों में दो मरीज भी शामिल हैं, जिनकी भूकंप के दौरान अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि साथ ही एक निवासी की दावाओ ओरिएंटल के माटी शहर में मलबे की चपेट में आने से मौत हो गई।
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इजराइली सेना ने शुक्रवार को कहा कि गाजा पट्टी के लिए इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम समझौता दोपहर से लागू हो गया है। यह घोषणा इजराइल के मंत्रिमंडल द्वारा गाजा पट्टी में युद्धविराम, शेष बंधकों और फलस्तीनी कैदियों की रिहायी की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना को मंजूरी देने के कुछ घंटों बाद आयी।
मध्य गाजा के वादी गाजा में इकट्ठा हुए हज़ारों लोग स्थानीय समयानुसार दोपहर में सेना की घोषणा के बाद उत्तर की ओर चल पड़े। इससे पहले, फलस्तीनियों ने शुक्रवार सुबह पूरे गाजा में भारी गोलाबारी की सूचना दी थी। हालांकि बाद में किसी बड़ी बमबारी की खबर नहीं आयी।
यह संघर्षविराम दो साल से जारी विनाशकारी युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसने गाजा के अधिकतर हिस्सों को मलबे में तब्दील कर दिया, पश्चिम एशिया को अस्थिर कर रखा था।
फिर भी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित व्यापक योजना में कई अनुत्तरित प्रश्न शामिल हैं, जैसे कि हमास निरस्त्रीकरण करेगा या नहीं और कैसे करेगा तथा गाजा पर शासन कौन करेगा।
इन सवालों के बावजूद, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को एक टेलीविजन बयान में कहा कि अगले चरण में हमास को निरस्त्र और गाजा को विसैन्यीकृत कर दिया जाएगा।
नेतन्याहू ने कहा, ‘‘अगर यह आसान तरीके से हो जाता है, तो ठीक है। अगर नहीं, तो इसे कठिन तरीके से हासिल किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि हमास इस समझौते पर तभी राजी हुआ ‘‘जब उसे लगा कि तलवार अब भी उसकी गर्दन पर लटक रही है ।’’
इजराइली सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने कहा कि सैनिकों ने शुक्रवार दोपहर तक तैनाती रेखा पर वापसी पूरी कर ली थी, जो युद्ध विराम के आधिकारिक रूप से लागू होने के कुछ घंटों बाद की बात है।
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रूस द्वारा शुक्रवार तड़के यूक्रेन में ड्रोन और मिसाइल से किए गए हवाई हमलों में कीव में कम से कम 20 लोग घायल हो गए, आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचा और देश के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। देश के दक्षिण पूर्व में अलग से हुए हमलों में एक बच्चे की भी मौत हो गई।
यूक्रेन की राजधानी के बीचोंबीच स्थित 17 मंजिला एक इमारत से बचाव दल ने 20 से ज्यादा लोगों को बाहर निकाला। इस इमारत की छठी और सातवीं मंजिल पर आग की लपटें फैल गई थीं।
अधिकारियों ने बताया कि पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि अन्य को घटनास्थल पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया। रात भर चला यह हमला कीव पर हमलों की कड़ी में नवीनतम है।
राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर कहा कि रूसी हमलों ने नागरिक और ऊर्जा ढांचों को निशाना बनाया, जहां यूक्रेन सर्दियों के लिए तैयार हो रहा है।
प्रधानमंत्री यूलिया स्विरीदेन्को ने भी इस हमले को यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे के खिलाफ ‘‘सबसे बड़े केंद्रित हमलों में से एक’’ बताया।
कीव के मेयर विताली क्लित्स्को ने कहा कि शुक्रवार के हमले से शहर के दोनों ओर बिजली गुल हो गई और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई।
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अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार देर रात हुए सिलसिलेवार धमाकों की घटना के बाद तनाव नाटकीय रूप से बढ़ गया है। आशंका जताई जा रही है कि ये विस्फोट बिना उकसावे के सीमा पार से किए गए हवाई हमलों का नतीजा थे।
कथित तौर पर ये विस्फोट पूर्वी काबुल के डिस्ट्रिक्ट 8 से शुरू हुए, जो प्रमुख सरकारी सुविधाओं और आवासीय क्षेत्रों का केंद्र है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के दौरान आसमान से विमानों की आवाजें सुनाई दे रही थीं।
सिलसिलेवार धमाकों के बाद से इलाके में दहशत का माहौल देखा जा रहा है। भले ही विस्फोटों के पीछे का सटीक स्रोत और उद्देश्य का अभी तक पता नहीं चल सका, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट्स में हवाई हमलों की आशंका जताई गई है।
उल्लेखनीय है कि यह घटना पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की ओर से नेशनल असेंबली में दिए गए एक तीखे बयान के कुछ ही घंटों बाद हुई। इस दौरान ख्वाजा आसिफ ने राजनयिक संयम में कमी का संकेत देते हुए कहा था, "बस, अब बहुत हो गया। हमारा धैर्य जवाब दे चुका है। अफगानिस्तान की धरती से आतंकवाद असहनीय है।"
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