उत्तर प्रदेश के बरेली के चंदपुर गांव में एक हफ्ता पहले ओगा शाह बाबा का मजार गिराने के बाद बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने अब मुसलमानों के 80 घऱ गिराने के नोटिस जारी किए हैं। ये लोग अपने-अपने कागजात लेकर गुरुवार को बीडीए वीसी से मिलने पहुंचे। बीडीए वीसी ने लोगों से कहा कि पुराने कागजात में वह पूरा इलाका बीडीए के नाम दर्ज है। बीडीए अपनी एक इंच जमीन भी छोड़ने को तैयार नहीं है। अगर गांव वाले कोर्ट जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं।
Published: 14 Jan 2021, 10:17 PM IST
बिथरी ब्लॉक के चंदपुर गांव में मुसलमानों की बस्ती पर बीडीए की सख्ती तकरीबन 10 दिन पहले शुरू हुई थी। पहले तो बीडीए के कुछ अधिकारी चंदपुर गांव के पास एक पुलिस चौकी में गांव के लोगों से मिले और उनसे कहा कि मजार गैरकानूनी कब्जा करके बनाया गया गया है, लिहाजा लोग खुद ही उसे हटा दें। गांव वालों ने कहा कि वह ऐसा नहीं कर सकते। अधिकारी यह कहकर चले गए कि अगले दिन सुबह 9 बजे फोन करके बताएंगे कि आगे क्या करना है। अगली सुबह जब बीडीए के अधिकारी पुलिस और जेसीबी लेकर पहुंचे तो गांव वाले हैरान रह गए। उनकी लाख कोशिशों के बावजूद बीडीए ने मजार की इमारत गिरा डाली। विरोध करने वालों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
Published: 14 Jan 2021, 10:17 PM IST
मजार कमेटी के लोग गांव वालों के साथ दरगाह आला हजरत पहुंचे और पूरा मामला बताया। उन्होंने बताया कि ओगा शाह बाबा के मजार पर पिछले 50 बरसों से उर्स होता रहा है, जिसकी प्रशासन से बाकायदा परमीशन मिलती है। पांच-छह साल पहले कब्र के गिर्द एक हुजरा और चबूतरा बनाकर एक गुम्बद भी तामीर की गई है। उसके बाद भी उर्स होता रहा है। बीडीए की तरफ से न तो तामीर से पहले कोई एतराज किया गया और न तामीर के बाद।
Published: 14 Jan 2021, 10:17 PM IST
बहरहाल, मजार कमेटी की तरफ से जब यह मामला दरगाह आला हजरत पहुंचा तो वहां से रजा एक्शन कमेटी, तहरीक-ए-तहफ्फुज-ए-सुन्नियत (टीटीएस), जमाअत-रजा-ए-मुस्तफा और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल जैसे संगठनों के प्रतिनिधि गांव पहुंचे और लोगों से वादा किया कि वह मजार दोबारा बनवाने के लिए अफसरों से मुलाकात करेंगे। इन संगठनों ने बीडीए उपायुक्त के साथ बैठक के बाद दावा किया कि बीडीए दोबारा मजार बनवाने पर राजी हो गया है।
Published: 14 Jan 2021, 10:17 PM IST
हालांकि, बीडीए उपायुक्त या प्रशासन की ओर से ऐसा कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। लेकिन इतना जरूर हुआ कि दो-तीन दिन पहले बीडीए की तरफ से लगभग 80 लोगों को नोटिस भेज दिए गए। यह नोटिस 7 जनवरी को जारी किया गया है। हर किसी को एक जैसा नोटिस मिला है, जिसमें कहा गया है कि आपका मकान अवैध है, इसके बारे में 14 जनवरी को बीडीए दफ्तर पहुंचकर अपनी बात कहिए।
लिहाजा आज यानि 14 जनवरी को लगभग दो-ढाई सौ गांव वाले बरेली शहर में बीडीए दफ्तर पहुंच गए। उनके साथ रजा एक्शन कमेटी (आरएसी) का प्रतिनिधमंडल भी बीडीए वीसी से मिला। गांव के लोगों ने अपनी रजिस्ट्रियां, नोटरियां वगैरह अफसरों को दिखाईं, जिस पर उन्हें जवाब दिया गया कि आपके साथ जमीन बेचने वालों ने धोखाधड़ी की है। आप चाहें तो उनके खिलाफ कोर्ट जा सकते हैं। अफसरों ने साफ कहा कि वह सारी जमीन बीडीए की है और बीडीए एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ेगा।
Published: 14 Jan 2021, 10:17 PM IST
फिलहाल, यह मामला हल नहीं हुआ है। बीडीए अफसरों के साथ हुई बैठक में शामिल मोहम्मद यूनुस बताते हैं कि उन्होंने पांच बरस पहले सौ गज जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। इसके लिए उन्होंने अपनी सारी बचत खर्च कर दी थी। आज वह परेशान हैं कि उनके घर पर कभी भी जेसीबी चलाई जा सकती है। यूनुस की तरह चंदपुर में सैकड़ों मुसलमानों के सिर से छत छिनने का खतरा साफ नजर आ रहा है। बीडीए जिस अंदाज में पिछले हफ्ते कार्रवाई कर चुका है, उसे देखकर लगता नहीं कि वह आसानी से बैकफुट पर जाएगा। इस इलाके में ज्यादातर लोग आर्थिक तौर पर कमजोर हैं, जिन्होंने किसी तरह जिंदगी भर की कमाई लगाकर सिर पर छत का इंतजाम किया था। अब बड़े अरमानों से बनाए गए इन आशियानों का क्या होगा, यह आने वाला वक्त ही बता सकता है।
Published: 14 Jan 2021, 10:17 PM IST
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Published: 14 Jan 2021, 10:17 PM IST