हालात

मध्य प्रदेश चुनाव से पहले अमित शाह ने शिवराज को दिया झटका, कहा- अभी मुख्यमंत्री, नतीजों के बाद पार्टी तय करेगी

बीजेपी को बहुमत मिलने पर अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल पर अमित शाह ने साफ कहा कि शिवराज सिंह चौहान अभी मुख्यमंत्री हैं, विधानसभा चुनाव के बाद क्या करना है, किसे जिम्‍मेदारी देनी है, इसके बारे में पार्टी को तय करना है।

मध्य प्रदेश चुनाव से पहले अमित शाह ने शिवराज को दिया झटका
मध्य प्रदेश चुनाव से पहले अमित शाह ने शिवराज को दिया झटका फोटोः सोशल मीडिया

मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और बीजेपी के मुख्यमंत्री के चेहरा पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लग गया है। दरअसल रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्थिति को और उलझाते हुए और सीएम शिवराज सिंह चौहान को बड़ा झटका देते हुए कहा कि शिवराज सिंह अभी मुख्यमंत्री हैं, लेकिन चुनाव के बाद कौन होगा, इस बारे में पार्टी तय करेगी। शाह के इस बयान को इस बात का संकेत माना जा रहा है कि अगर बीजेपी जीतती भी है तो शिवराज सीएम नहीं बनेंगे।

Published: undefined

दरअसल रविवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गरीब कल्याण महाअभियान के नाम से शिवराज सरकार का रिपोर्ट कार्ड 2002-2023 जारी किया। इस दौरान बीजेपी को बहुमत मिलने पर अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल पर अमित शाह ने साफ कहा कि शिवराज सिंह चौहान अभी मुख्यमंत्री हैं, विधानसभा चुनाव के बाद क्या करना है, किसे जिम्‍मेदारी देनी है, इसके बारे में पार्टी को तय करना है। उन्होंने पत्रकारों की तरफ इशारा करते हुए कहा, ''पार्टी का काम पार्टी को करने दीजिए, आप मत कीजिए।''

Published: undefined

इस दौरान एक पत्रकार ने सवाल किया कि राज्य में 20 साल और केंद्र में नौ साल से बीजेपी की सरकार है फिर कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती है? इस सवाल के जवाब में शाह ने कहा, ''हमने कभी भी पॉलिटिकल वेंडेटा से कार्रवाई नहीं की है, उन्होंने जो सारे घोटाले किए, उनके खिलाफ जांच चल रही है, अब कांग्रेस क्या किसी भी नेता या किसी भी नेता का भाषण सुनिए तो उसमें जांच एजेंसियों को लेकर हाय-तौबा मिलेगी, मगर जांच की एक गति होती है, जांच कोर्ट के नियमों के अनुसार होती है, इसमें समय लगता है।

परिवारवाद को लेकर सियासी गलियारों में हमेशा सवाल उठाए जाते रहते हैं और इसी को लेकर जब पत्रकार ने सवाल किया तो उन्होंने जवाब दिया कि बीजेपी में परिवारवाद नहीं है।उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और खुद के अलावा कई नेताओं का उदाहरण दिया और कहा कि ये सभी किस परिवार से आए हैं? परिवारवाद वाकई में वह है, जिसमें किसी परिवार विशेष की मिल्कियत पार्टी और सरकार में रहती है या उस पर एक परिवार का अधिकार रहता है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, डीएमके जैसे अनेक दल इसके उदाहरण हैं।'

Published: undefined

अमित शाह ने साफ किया कि वह किसी का नाम नहीं लेना चाहते, लेकिन कई दलों को देखकर परिवारवाद का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि यह लोकतंत्र और देश के लिए जहर है। इन दलों और सरकार पर एक परिवार की मिल्कियत रहती है। राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की क्या स्थिति रहने वाली है, इसको लेकर पूछे गए सवाल पर अमित शाह ने कहा कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी जीत दर्ज करेगी और भारी बहुमत से सरकार बनाएगी।

साल 2018 के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में कांग्रेस ने जातिवादी आंदोलन खड़ा करने का प्रयास किया, जातिवाद का जहर जनता में घोलने का प्रयास किया, वह चुनाव जातिवाद के घोले गए जहर की परछाई में लड़ा गया था, इसलिए उस समय बीजेपी से कांग्रेस को अधिक वोट मिले थे।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined