
बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने बड़ा कदम उठाया है। जेडीयू ने 11 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी ने इन नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और संगठन की विचारधारा के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया है।
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जेडीयू की ओर से शनिवार शाम को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि सभी 11 नेताओं की प्राथमिक सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई है। यह निर्णय पार्टी के प्रदेश महासचिव चंदन कुमार सिंह द्वारा जारी अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश के तहत लिया गया।
उन्होंने बताया कि, “पार्टी नेतृत्व को यह सूचना मिली थी कि यह सभी नेता लगातार पार्टी की नीति और दिशा के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे और चुनावी माहौल में संगठन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। इस पर अनुशासन समिति ने जांच की और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की गई।”
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शैलेश कुमार, पूर्व मंत्री
संजय प्रसाद, पूर्व विधान पार्षद
श्याम बहादुर सिंह, बड़हरिया से पार्टी के पूर्व विधायक
रणविजय सिंह, बरहरा भोजपुर से पूर्व विधान परिषद
सुदर्शन कुमार, बरबीघा से पार्टी के पूर्व विधायक
अमर कुमार सिंह, बेगूसराय
डॉ. आसमा परवीन, वैशाली
लव कुमार, नबीनगर
आशा सुमन, कदवा कटिहार
दिव्यांशु भारद्वाज, मोतिहारी
विवेक शुक्ला, जीरादेई सिवान
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बयान में यह भी कहा गया है कि, “जेडीयू किसी भी स्तर पर अनुशासनहीनता या पार्टी के खिलाफ गतिविधि बर्दाश्त नहीं करेगा। जो भी नेता या कार्यकर्ता पार्टी की नीति-विचारधारा से भटकेंगे, उनके खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।”
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