हिमाचल प्रदेश में बीजेपी को अपना ही दांव उल्टा पड़ गया है। पूर्व मंत्री और लाहौल एवं स्पीति विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के नेता राम लाल मरकंडा ने मंगलवार को कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को बीजेपी से मैदान में उतारे जाने के विरोध में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ने त्यागपत्र दे दिया। पिछले विधानसभा चुनाव में ठाकुर ने मरकंडा को इस सीट पर हराया था।
Published: undefined
मरकंडा ने कहा, ‘‘मैंने आज अपने समर्थकों के साथ बीजेपी छोड़ दी है और निश्चित रूप से विधानसभा चुनाव लड़ूंगा। भविष्य की रणनीति तैयार करने के लिए आज रात लाहौल एवं स्पीति कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई है।’’ उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी ऐसे लोगों को अपने साथ ले रही है जो आरक्षण के खिलाफ हैं और जिन्होंने अतीत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अपशब्द कहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने की संभावना है। मेरे लोग चाहते हैं कि मैं लाहौल एवं स्पीति के विकास के लिए चुनाव लड़ूं।’’
Published: undefined
वहीं पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी कहा कि बीजेपी के कुछ नेता कांग्रेस के संपर्क में हैं। पूर्व मंत्री मरकंडा लाहौल एवं स्पीति से बीजेपी के टिकट के प्रबल दावेदार थे। उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया क्योंकि बीजेपी ने कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया है।
Published: undefined
बीजेपी द्वारा सदन से अयोग्य ठहराए गए सभी छह पूर्व कांग्रेस विधायकों को विधानसभा टिकट देने की घोषणा के कुछ ही समय बाद मरकंडा ने पार्टी छोड़ दी और घोषणा की कि वह संभवतः कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लाहौल एवं स्पीति से उपचुनाव लड़ेंगे। मरकंडा जय राम ठाकुर के नेतृत्व वाली पिछली बीजेपी सरकार के दौरान कृषि और जनजातीय विकास मंत्री थे। वह 2022 के विधानसभा चुनाव में रवि ठाकुर से 1542 वोटों के अंतर से हार गए थे, जो उस समय कांग्रेस में थे।
Published: undefined
हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा सीटों हमीरपुर, शिमला, मंडी और कांगड़ा में एक जून को होने वाले चुनाव के साथ ही विधानसभा उपचुनाव कराया जाएगा। बीजेपी ने मंगलवार को कई राज्यों में विधानसभा उपचुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की और उन छह विधायकों को भी उन सीटों से मैदान में उतारा, जो अयोग्य ठहराए जाने से पहले कांग्रेस के सदस्य थे। ठाकुर दो बार के विधायक हैं और राज्य कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष थे।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined