हालात

पेगासस कांड, कृषि कानूनों पर राज्यसभा में गतिरोध जारी, विपक्ष के विरोध के बीच कार्यवाही सोमवार तक स्थगित

विपक्ष कृषि कानूनों के अलावा पेगासस जासूसी कांड, ईंधन की कीमतों में वृद्धि और महंगाई पर चर्चा की मांग पर अड़ा है। वहीं सरकार हंगामे के बीच और बिना चर्चा के विधेयकों को पारित करा रही है, जिसने सरकार और विपक्ष के बीच समीकरणों को और बिगाड़ दिया है।

फोटोः स्क्रीनशॉट
फोटोः स्क्रीनशॉट 

पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानून, ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और महंगाई पर विपक्ष की चर्चा की मांग के बीच राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। शुरूआत में सदन को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया था। सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने के बाद प्रश्नकाल कुछ समय तक जारी रहा, लेकिन हंगामे के बाद इसे फिर से दोपहर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। पुनः कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष का हंगामा जारी रहा, जिसके चलते कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी गई।

Published: undefined

शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सभापति ने सदन में सीटी बजाने पर चिंता व्यक्त की और सदस्यों को कार्रवाई की चेतावनी दी। सदन के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि अगर इसकी अनुमति दी जाती है तो यह एक परंपरा बन जाएगी और ऐसे कृत्यों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने सदस्यों से असंसदीय मानदंडों से दूर रहने की अपील की।
गुरुवार को विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की थी। नारेबाजी के दौरान सदन में सीटी की आवाज आने के बाद उपसभापति हरिवंश ने चेतावनी दी कि वह उक्त सांसद का नाम लेंगे।

Published: undefined

सभापति नायडू ने यह भी कहा कि वह के सी वेणुगोपाल द्वारा पेश किए गए स्वास्थ्य राज्य मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस की जांच कर रहे हैं। वेणुगोपाल ने कहा, "मैंने आज राज्यसभा में नियम 187 के तहत उनके भ्रामक बयान के बारे में एक विशेषाधिकार नोटिस दिया है कि क्या कोविड की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत हुई है।"

शुरूआत में सदन को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया था। सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने के बाद प्रश्नकाल कुछ समय तक जारी रहा, लेकिन इसे फिर से दोपहर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके बाद जब सदन की कार्यवाही दिन में तीसरी बार शुरू हुई, तो उपसभापति हरिवंश ने सदस्यों से निजी सदस्य विधेयकों को पेश करने के लिए कहा, जिसके बाद केवल सत्ता पक्ष के सदस्यों ने ही इस पर गौर किया, जबकि विपक्षी सांसदों ने इसे अनदेखा किया। इस बीच विपक्ष ने अपना विरोध जारी रखा। हंगामे में नारियल विकास बोर्ड (संशोधन) विधेयक, 2021 पारित किया गया और जमा बीमा पर विधेयक सदन में पेश किया गया।

Published: undefined

सरकार को घेरने के लिए विपक्ष एकजुट हो गया है। शुक्रवार को दोनों सदनों में समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने मुलाकात की और अपना विरोध जारी रखने का फैसला किया। मौजूदा सत्र के दौरान रणनीति पर चर्चा करने के लिए राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों की बैठक हुई।

विपक्ष अपनी मांगों पर अड़ा है और कृषि कानूनों के अलावा पेगासस जासूसी कांड, ईंधन की कीमतों में वृद्धि और महंगाई पर चर्चा करने के लिए केंद्र पर दबाव डाल रहा है। सरकार हंगामे के बीच और बिना चर्चा के विधेयकों को पारित करा रही है, जिसने सरकार और विपक्ष के बीच समीकरणों को और बिगाड़ दिया है।

Published: undefined

बता दें कि जब से संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ है, केवल एक दिन विपक्ष ने कोविड की स्थिति पर चर्चा में भाग लिया। उसमें भी सरकार के बयान को लेकर हंगामा मच गया। इसके बाद बाकी दिन पेगासस जासूसी कांड, किसान आंदोलन और मंहगाई के खिलाफ विपक्ष ने सदन को चलने नहीं दिया और जमकर नारेबाजी की, जिसकी वजह से सदन को बार-बार स्थगित करना पड़ा।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined