हालात

‘सवा सौ करोड़ देशवासियों मुबारक हो, शेयर बाज़ार औंधे मुंह गिरे हैं, रुपया 74 पार है, आखिरकार अच्छे दिन आ गए’

केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों ने निवेशकों की कमर तोड़ दी है और देश पर आर्थिक संकट का खतरा मंडरा रहा है। शुक्रवार को शेयर बाजार और रुपए ने गोते पर गोते खाए और देखते-देखते निवेशकों की लाखों करोड़ की पूंजी भस्म हो गई।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया 

“सवा सौ करोड़ देशवासियों मुबारक हो, शेयर बाज़ार औंधे मुंह गिरा है, रुपया 74 पार है, आखिरकार अच्छे दिन आ गए।“

देश के शेयर बाज़ारों और रुपए की खस्ता हालत पर यह टिप्पणी पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे यशवंत सिन्हा की है। यह टिप्पणी एक ऐसे व्यक्ति से आ रही है जो देश की आर्थिक दशा-दिशा समझता है।

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लेकिन इस हालात के बीच भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खामोश हैं। इसी पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कटाक्ष करते हुए कहा कि, “रुपया चौहत्तर, मोदी जी निरुत्तर”…उन्होंने कहा कि रुपया हुआ चौहत्तर पार, बगलें झांक रही मोदी सरकार....

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यहां आपको बतादें कि शुक्रवार को भी शेयर बाज़ारों में कोहराम रहा। हालत यह रही कि बीएसई का सेंसेक्स 792 अंक की कमजोरी के साथ 34,376 पर और एनएसई का निफ्टी 282.80 अंकों या 2.67 फीसदी गिरावट के साथ 10,316.45 पर बंद हुआ।

इस बीच डॉलर के मुकाबले रुपए ने भी गहरा गोता खाया और 74 के पार चला गया। दरअसल रिजर्व बैंक ने अपनी मौद्रिक समीक्षा नीति में रेपो रेट को स्थिर रखने का ऐलान किया, इससे शेयर बाजार में कोहराम मच गया। सेंसेक्स एक समय 900 अंक गिर गया था और रुपया गोते खाने लगा। बाजार को सुबह से उम्मीद थी कि रिजर्व बैंक रेपो रेट में की बदलाव करेगा और कम से कम चौथाई फीसदी यानी 25 बेसिस प्वाइंट बढ़ाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे शेयर बाजार के साथ रुपया भी डॉलर के मुकाबले 74.20 के स्तर पर पहुंच गया।

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शेयर और मुद्रा बाजार के हाल पर कांग्रेस सांसद राजीव गौड़ा ने कहा है कि जो हालात हैं उससे जल्द देश वित्तीय घाटे की सीमा लांघ जाएगा। उन्होंने कहा कि, “रुपया गिर रहा है, बाजार टूट रहे हैं, विदेशी निवेशकों में भगदड़ मची है, सभी परियोजाएं अटकी पड़ीं हैं, जीएसटी राजस्व घटना शुरु हो गया है, तेल की कीमतें ऊपर जा रही है और चालू खाते का घाटा बढ़ता जा रहा है। ये सब मोदी जी द्वारा निर्मित आर्थिक संकट है।”

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