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UP, MP, केरल, बंगाल समेत देश के 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में होगा SIR, निर्वाचन आयोग ने किया ऐलान

ज्ञानेश कुमार ने कहा कि सोमवार रात से इन राज्यों की मतदाता सूची को फ्रीज कर दिया जाएगा। उन्होंने एसआईआर कराने की आवश्यकता पर जोर दिया और बताया कि पिछली बार 2000 से 2004 के बीच एसआईआर हुई थी, ऐसे में विशेष इंटेसिंव रिवीजन जरूरी है।

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UP, MP, केरल, बंगाल समेत देश के 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में होगा SIR, निर्वाचन आयोग ने किया ऐलान फोटोः IANS

चुनाव आयोग ने सोमवार को देश में मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) के दूसरे चरण की घोषणा की। दूसरे चरण में देश के 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एसआईआर के अंदर कवर किया जाएगा। दूसरे चरण के अंतर्गत 4 नवंबर से पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान, पुडुचेरी, मध्य प्रदेश, लक्षद्वीप, केरल, गुजरात, गोवा, छत्तीसगढ़ के अलावा अंडमान और निकोबार में एसआईआर प्रस्तावित है। वहीं 7 फरवरी 2026 को फाइनल वोटर लिस्ट का प्रकाशन होगा।

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इन 12 राज्यों में एसआईआर कराने की घोषणा भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। उन्होंने यह भी साफ किया कि सोमवार रात से इन राज्यों की मतदाता सूची को फ्रीज कर दिया जाएगा। उन्होंने एसआईआर कराने की आवश्यकता पर जोर दिया और बताया कि पिछली बार 2000 से 2004 के बीच एसआईआर हुई थी, ऐसे में करीब दो दशक बाद मतदाता सूची में अशुद्धियों को दूर करने के लिए विशेष इंटेसिंव रिवीजन जरूरी है।

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उन्होंने कहा, ''हर चुनाव से पहले इलेक्ट्रोरल रोल का रिवीजन जरूरी है। विगत कुछ वर्षों में कई राजनीतिक पार्टियों ने मतदाता सूची पूरी तरह से शुद्ध न होने पर आपत्ति जताई है। इससे पहले आखिरी बार 2000 से 2004 के बीच में एसआईआर हुई। इतने लंबे समय के बाद अब एसआईआर और भी जरूरी हो जाता है। चुनाव आयोग ने निर्णय लिया कि पूरे देश में चरणबद्ध तरीके से एसआईआर करवाई जाएगी, जिसकी शुरुआत बिहार से हुई।''

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ज्ञानेश कुमार ने बिहार में हुई एसआईआर की तारीफ की। उन्होंने साफ किया कि इस दौरान राजनीतिक दलों ने शून्य आपत्तियां दर्ज कराई, जो दिखाता है कि बिहार की मतदाता सूची अब तक की सबसे शुद्ध मतदाता सूची है। ज्ञानेश कुमार ने कहा, “एसआईआर का फेज वन समाप्त हुआ, जिसकी सबसे बड़ी खूबी यह रही है कि बिहार के सभी 7.5 करोड़ मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान जीरो अपील आई, जिसका मतलब है कि बिहार मतदाता सूची बेहद उचित मानी जाएगी। अब फेज 2 की तैयारी चल रही है।“

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